Book Title: Dharmshastra ka Itihas Shabdanukramanika
Author(s): Pandurang V Kane
Publisher: Hindi Bhavan Lakhnou

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Page 29
________________ २४ • धर्मशास्त्र का इतिहास प्रज्ञापनापत्र ७२६ प्रज्ञाबल ६८७ प्राङन्याय ७२८ प्राविवाक ७१६ प्राजापत्य ६४३ प्राजापत्य व्रत १००४ प्रीतिदत्त ६३६ प्रातिभात्य ७८१ प्रायश्चित्त ८६७ प्रावृत्तिक ७२६ फलहानि ७३३ फाल ७५४ फाहियान ६६६ फ्लीट (डॉ०) ६२१ पृतना ६८० पैठीनसि ७६१ पैतृक ६३६ पैशाच १४४ पोलिटिकल इंस्टिच्यूशंस एण्ड थ्योरीज आव दी हिन्दुज ६१७ पौनर्भव ८८३-८६-६० पौर ६१७ पौरन्दरी ६११ प्रकाश ८१३ प्रकाश तस्कर ८२५ प्रकीर्णक ७०८-१२ प्रजापति ५८० प्रतिनिधि ८८७ प्रतिन्यास ७८८ प्रभातिग ६७१ प्रतिभू ७८१ प्रतिभूति ७७८ प्रतिभोग ६७१ प्रतिलेख ७२६ प्रतिलोम १०६ प्रतिलोम-विवाह ८६६ प्रतिसर ६७८ प्रतिहार ६५० प्रत्यवस्कन्दन ७२८ प्रत्याकलित ७१३-१४ प्रत्यासत्ति ६१३ प्रत्यासन्त ६१७ प्रत्युपविष्ट ७८२ प्रदेष्टा ७१० प्रभु ८५६ प्रभुशक्ति ६५६ प्रमति भार्गव १६२ प्रमाणपत्र ७२८ प्रवाहण ६१७ प्रवेशपत्र ७२६, ७८२ प्रसादपन्न ७२६ वज ६८५ बद्धक्रम १२० बन्धक ७७५ बन्धक-समय ७७२ बन्धु ६२६-३२-३३ बन्धुदत्त ६४० बन्धु दायाद ८८५ बन्ध्य ८१७ बल ६७७-७८,७६, ८०, ८१,७८२, ६८६-८७ बलात्कार ७४४ बलि ६७१ बहिन १२० बाण ६८५ बाध ६६४ बान्धव ८८५ बार्हस्पत्य ५७९.८० बालम्भट्टी ५६६ बाली ६७०-७१ बाहुदन्तक ५८० बाहुदन्तीपुत्र ५७६ वाहुबल ६८७ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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