Book Title: Dharmshastra ka Itihas Shabdanukramanika
Author(s): Pandurang V Kane
Publisher: Hindi Bhavan Lakhnou

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Page 62
________________ अनुक्रमणिका . ५७ 'दि रिलेशंस बिटवीन अर्ली बद्धिज्म एण्ड ब्राह्मणिज्म' ४६२ दिवाकरव्रत २३, १३६ 'दिवाली फोकलोर' ७८ 'दि सेजेज आव इण्डिया' ५०८ दीपदान ७५, ७७, १३६ दीपलक्षण १३६ दीपान्वितामावास्या १३६ दीपावली ७०, ७३ दीप्त २६० दीप्तिवत १३६ दुरुधरा २८८ दुर्गन्ध-दुर्भाग्य नाशन-त्रयोदशी १३६ दुर्गा ६३, ६५, ६७ दुर्गापूजा ६६, १३६ दुर्गापूजाप्रयोगतत्त्व ६३ दुर्गाभक्तितरंगिणी ६३, ६६,६८ दुर्गार्चनपद्धति २३, ६३, ६६, ६७, ६८ दुर्गाष्टमी ६३, ६८, १३६ दुर्गोत्सव ६३, ७३ १३६ दुर्गोत्सवपद्धति ६३ दुर्गोत्सव-विवेक २३, ६३ दुश्चिक्य २८५ दूर्वा १३७ दूर्वा-नैवेद्य ५६ दूर्वाष्टमी १३७ दृक्-पंचांग ३१३ दृष्टि २९०, ३११ देईमेकस २६४ देवतापूजा १३ देवनक्षत्र २६१ देवयानोत्सव १३७ देवल १२,३१, ३२, ४७, ७७, २४४ देवशयनोत्थान-महोत्सव १३८ देविका ६३ देवी ८० देवीपुराण २१, ६३, ६७,६८,७६,८०,८१,६२,४१४ देवीपूजा १३, १३८ देवीप्रतिमा ६७ देवीभागवत ६८,४१४ देवीमाहात्म्य ६३ देवीव्रत १३८ देवेश्वर १२ देव्यान्दोलन १३८ दोलयात्रा १०,१३८ दोलयानाविवेक ६० दोलोत्सव १३८ दौहित्रप्रतिपदा १३८ द्यूत ७७, २८५ धूत दिवस ७३ द्यूत प्रतिपदा ७७, १३८ धून २८५ द्राक्षाभक्षण १३८ द्रेष्काण २८७ द्वादशाह सप्तमी १३६ द्वादशी ४५,४६, ४७,४८, १३६ द्विराषाढ १४० धनञ्जय ५१ धनतेरस ७३ धनपूजा ७३ धनत्रयोदशी १४० धनु ७६ धन्यप्रतिपदा १४१ धन्वन्तरि जयन्ती ७३ धरणीव्रत १४१ धर्म ५,६ धर्मघटदान १४१ धर्मन् ५,६ धर्मराज पूजा १४१ धर्मसिन्धु १२, २६, ३३,४४,४६,५६, ५७,७०,८२, ८८ ६१, ३०२, ३६२ धर्मावाप्तिवत १४१ धाना १४ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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