Book Title: Bharat ke Prachin Jain Tirth
Author(s): Jagdishchandra Jain
Publisher: Jain Sanskriti Sanshodhan Mandal

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Page 78
________________ . ४० उमास्वाति उच्चानगर ४५, ४६ उल्लगच्छा -बुलन्दशहर उसमानाबाद ६२, ६३ -वारन उच्चानागरी १७, १८, ४५ ऊखलद उज्जयिनी ४, ३४, ३७, ४८, ऊन ४, ५८ -उज्जनी ५२, ५४, ५६, ५८, ६४ ऊर्जयन्त ३, २६, २९, उज्जैन -गिरनार ४२, ५०, ५५ उडुवाडिय उत्कल ऋजुवालिका -उड़ीसा ओड़ ऋषमदेव ( देखो आदिनाथ) उत्तर कनाड़ा ६६ ऋषभपुर-राजगृह उत्तरद्वार ऋषितडाग उत्तरप्रदेश ७, १३,१४, १५, ३५, ४२ ऋषिपाल उत्तर बलिस्सह उत्तराध्ययन . २, ६ एटा उत्तरापथ १, ३४, ४४, ४७ एडकाक्षपुर उत्पल ६ -एरकच्छ उदक पेढालपुत्त ६ -एरच्छ उदय २० एलिचपुर (देखो अचलपुर) उदयगिरि ३०, ३१ एलोरा (देखो इलापुर) उदयन ३७ ओ उदयन (महर्षि) ४८ ओड़ (देखो उत्कल) उदयपुर औ उदायि २१, २२ औदुम्बर उदुम्बर १८ औपपातिक सूत्र उदंबरिज्जिया २७ औरंगाबाद उद्दण्डपुर २३ -दण्डपुर ककुत्था उद्देहगण कच्छ उन्नाट ११, ३३ कटपूतना सपदेशसप्ततिका ५३, ५५, ६२, ६३ कण्हसह उपमिति मवप्रपंचकथा ५४ कदलीग्राम ___२४, २५ Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com

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