________________ થશો zlcPbl हमारे कुछ प्रकाशन 0 P Rs Studies in Jaina Philosophy Dr. Nathmal Tatia, M.A., D.Litt. Rs. 16/तत्त्वार्थ सूत्रपं० सुखलाल संघवी साढ़े पाँच रुपया Lord Mahavira Dr. Bool Chand, M.A., Ph.D. HastinapuraAmar Chand Rs. 2/4 धर्म और समाजपं० सुखलाल संघवी डेढ़ रुपया Jainism, Shri J. P. Jain, M.A., LL.B. Rs. 1/8 जैन ग्रन्थ व ग्रन्थकार1. श्री फतेहचन्द बेलानी डेढ़ रुपया जैन साहित्य की प्रगति 1949-51 पं० सुखलाल संघवी आठ आना निर्ग्रन्थ सम्प्रदाय-. पं० सुखलाल संघवी एक रुपया गुजरात का जैन धर्ममुनि श्री जिनविजय जी बारह आना जैनागमपं० दलसुख मालवणिया दस आना विस्तृत सूचीपत्र के लिये लिखें: The Secretary, JAIN CULTURAL RESEARCH SOCIETY, BANARAS HINDU UNIVERSITY. Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com