Book Title: Anusandhan 2015 08 SrNo 67
Author(s): Shilchandrasuri
Publisher: Kalikal Sarvagya Shri Hemchandracharya Navam Janmashatabdi Smruti Sanskar Shikshannidhi Ahmedabad

View full book text
Previous | Next

Page 6
________________ जून - २०१५ अनुसन्धान-६७ होवाथी प्रकरणमां देखाडाई छे. ते आम छे - ३८३ - = १८२८ = १८३० थाय छे. (३६६थी अपवर्तना करतां) ओक युगमा पूर्वोक्त नक्षत्रादि मास केटला पसार थाय तेनी गणतरी आ रीते थाय छे. पहेलां ते ते मासनी अपूर्णांक संख्यामां जे छेदक अंक छे, तेनाथी पूर्ण दिवसोने गुणी तेमां छेद्यसंख्या उमेरवी. (आने सवर्णीकरण कहेवाय छे.) त्यारबाद युगदिनसंख्या १८३० ने पूर्वोक्त सवर्णीकृत संख्याथी भागतां आवतो जवाब एक युगवर्षनी ते ते मासनी संख्या दर्शावे छे. * अधिकमासनी उत्पत्ति : चन्द्रमास करतां सूर्यमास दिवस अधिक छे. तेथी ३० महिने नक्षत्र मास चान्द्र मास ऋतु मास - रवि मास - अभिवर्द्धित मास - ३११२१ ३८४४ , १२१ ३९६५ , १२४ १२४ १२४ १२४ x ३० = दिवस वधे छे. आ दिवसोनो १ अधिक चान्द्रमास थाय छे. अने आQ १३ मासवाळु वर्ष 'अभिवर्द्धित' तरीके ओळखाय छे. आ अधिकमास उमेरातां चान्द्र अने रवि कालगणना पुनः ओक बिन्दुओ भेगी थाय छे. Reart at RCARRIERGAN ३ - महिने अक अम कुल २ अधिकमास आवे छे. युगनी शरुआत आषाढ महिनाथी थाय छे. तेथी तेनाथी ३० महिने अधिक गणतां युगमध्ये पोष अने युगान्ते आषाढ बे-बे वखत आवे छे. निशीथसूत्रनी पीठिकामां अधिकमासने अकाल तरीके गणाव्यो छे. तेथी ते अयन-वर्ष-चातुर्मास व.नी गणतरीमा उपयोगी बनतो नथी. * रवि-चन्द्रनी गति : सूर्यनी १ मुहूर्तमा जे गति थाय तेना करतां चन्द्रनी गति ६२ क्षेत्रभाग जेटली ओछी होय छे. अटले एक दिवसमां चन्द्र सूर्यनी अपेक्षाले १८६० क्षेत्रभाग जेटलो पाछळ पड़े छे. आ रीते गणतां २९ दिवसमां ते सूर्य करतां कुल ५४९०० नक्षत्रक्षेत्रभाग जेटलो पाछळ थाय छे. चन्द्र, सूर्य, नक्षत्रो व. तमाम ज्योतिर्पिण्डो बे वे छे. ते बधां मेरु पर्वतनी परिक्रमा करे छे. आ परिक्रमामार्ग पण ५४९०० x २ क्षेत्रभाग जेटलो छे. आम, १ युगमा माससंख्या - नक्षत्र - ६७, चन्द्र - ६२, ऋतु - ६१, रवि - ६०, अभिवर्द्धित - ५७ आ ज वातने जुदी रीते जोई तो १ युगनी दिनसंख्याने ते ते मासनी संख्याथी भागतां ते ते मासना दिवसोनुं प्रमाण मळी रहे छे. जेमके नक्षत्रमास व, आमां अभिवर्द्धितमासनी गणतरी अघरी

Loading...

Page Navigation
1 ... 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 ... 86