Book Title: Anusandhan 2015 08 SrNo 67 Author(s): Shilchandrasuri Publisher: Kalikal Sarvagya Shri Hemchandracharya Navam Janmashatabdi Smruti Sanskar Shikshannidhi Ahmedabad View full book textPage 4
________________ जून - २०१५ अनुसन्धान-६७ ५. मघा, ६. पूर्वाफाल्गुनी, ७. हस्त, ८. चित्रा, ९. अनुराधा, १०. मूल, ११. पूर्वाषाढा, १२. श्रवण, १३. घनिष्ठा, १४. पूर्वभाद्रपदा, १५. रेवती. ६ अपार्ध क्षेत्री नक्षत्रो : १. शतभिषक्, २. भरणी, ३. आा, ४. आश्लेषा, ५. स्वाति, ६. ज्येष्ठा. अमासना दिवसे १ कळानो चन्द्र थाय छे. त्यार बाद शुक्लपक्ष आरंभाता दरेक तिथिले १-१ कळा वधतां पूनमे चन्द्र पुनः १६ कळानो बने छे. आम १५ तिथि कृष्णपक्षनी अने १५ तिथि शुक्लपक्षनी मळीने ३० तिथिनो महिनो थाय छे. १ तिथि पूरी थवानो समयगाळो दिवस छे. माटे ३० तिथि पूरी थवामा लागतो समय = २९ दिवस जेटलो थाय छे अने ते चान्द्र मास गणाय छे. बीजी रीते गणीओ तो - एक कलाना ६१ भाग थाय छे. माटे १५ कलाना ९१५ भाग थाय छे. ओक दिवसमा ६२ भाग पसार थाय छे. तेथी १५ भोगकाळ कला पसार थवामां १४ दिवस लागे छे. माटे १५ कला वधवामां ६ द्वयर्ध क्षेत्री नक्षत्रो : १. उत्तराफाल्गुनी, २. उत्तराषाढा, ३. उत्तराभाद्रपदा, ४. पुनर्वसु, ५. रोहिणी, ६. विशाखा. १ अभिजित् नक्षत्रगण न. संख्या १ नक्षत्र कुल १ नक्षत्रनो कुल क्षेत्रभाग क्षेत्रभाग चन्द्रभोगकाळ अभिजित् १ ६३० ६३०९ २१ मु. ९ २१ मु. ६७६७ समक्षेत्री १५ २०१० ३०१५० ३० मु. ४५० मु. अपार्धक्षेत्री ६ १००५ ६०३० १५ मु. ९० मु. व्यर्धक्षेत्री ६ ३०१५ १८०९० ४५ मु. २७० मु. चन्द्र १ मुहूर्तमा ६७ नक्षत्रक्षेत्रभाग भोगवे छे. तेथी एक दिवस = ३० मुहूर्त = २०१० क्षेत्रभाग. माटे ५४९०० क्षेत्रभाग = ८१९ मु. = २७ दिवस. १ दिवसना ३० मुहूर्त = ८१० मुहूर्तना २७ दिवस. ९ मुहूर्त वधे. आना भाग थशे. तेने एक दिवसना थी भागतां, ३०थी १४ दिवस अने घटवामां १४ दिवस, एम कुल मळीने २९ दिवसनो महिनो थाय छे. ऋतुमास: आमां कृष्णपक्षना १ थी १५ दिवस अने शुक्लपक्षना १ थी १५ दिवस एम ३० दिवसनो महिनो थाय छे. तेमां कोई वध-घट थती नथी. कृष्णपक्षनी एकमथी आ महिनो शरू थाय छे, अने शुक्लपक्षनी पूनमे महिनो पूरो थाय छे. * सूर्यमास: मेष, वृषभ व. १२ राशि छे. आ राशिओनो कुल क्षेत्रभाग नक्षत्रोना कुल क्षेत्रभाग जेटलो ज छे. तेथी पूर्वे दर्शावेला ५४९०० क्षेत्रभागने १२ राशिथी भागीओ तो एक राशिना ४५७५ क्षेत्रभाग आवे. सूर्य एक राशिमां स्थिरता करे तेटलो काळ १ रविमास गणाय छे. सूर्य ओक मुहूर्तमा ५ क्षेत्रभाग भोगवे छे. तेथी ४५७५ क्षेत्रभाग भोगवतां लागतो आनो छेद उडावतां आवशे. चन्द्रमास : चन्द्रनी उत्कृष्ट कळा १६ होय छे. आ उत्कृष्ट कळा मात्र पूनमना दिवसे ज होय छे. त्यार बाद कृष्ण पक्षमा दरेक तिथिले १-१ कळा घटतां घटतांPage Navigation
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