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परिशिष्ट
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29 बलदेवाचार्य
___अ० 622 समाधिमरण । पद्मनन्दि मुनि
समाधिमरण। पुष्पनन्दि - 95 " समाधिमरण। विशोक भट्टारक
" कोलातूर संघ । समाधिमरण। 33 इन्द्रनन्दि आचार्य
110
समाधिमरण । पुष्पसेनाचार्य
118
नविलूर संघ । समाधिमरण। श्रीदेवाचार्य
" समाधिमरण। - मल्लिसेन भट्टारक
5 अ० 9वीं समाधिमरण। इनके एक शिष्य ने तीर्थ-वन्दना की।
शताब्दी कुमारनंदिभट्टारक
168 " समाधिमरण । - अजितसेनभट्टारक ____64 अ० 896 लेख क्र० 64 में कहा गया है कि गङ्गनरेश मारसिंह ने इनके निकट " मुनि
150
समाधिमरण किया। लेख क्र. 150 के अनुसार इनके शिष्य
चामुण्डराय के पुत्र जिनदेवन ने जिन-मंदिर बनवाया। 39 मलधारिदेव नयनन्दि विमुक्त 240 अ० 970 नयनन्दि विमुक्त के एक शिष्य ने तीर्थ-वन्दना की। पद्मनन्दिदेव
(?) अ० 1000 महामण्डलेश्वर त्रिभुवनमल्ल कोङ्गाल्व ने कुछ भूमि का दान
किया। प्रभाचन्द्रसिद्धान्त
500 अ० 1001 चैत्यालय के हेतु कोङ्गाल्व नरेश अदटरादित्य द्वारा भूमिदान । देव
उपाधि-उभयसिद्धान्तरत्नाकर। 42 गण्डविमुक्तदेव
(?) मूलसंघ, कानूर गण, तगरिल गच्छ। कोङ्गाल्वनरेश राजेन्द्र पृथुवी
द्वारा वसदि-निर्माण और भूमिदान। 43 देवनन्दि भट्टारक - 520 अ0 1000 -
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