Book Title: Anekant 1971 Book 24 Ank 01 to 06
Author(s): A N Upadhye
Publisher: Veer Seva Mandir Trust

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Page 283
________________ संकट की स्थिति में समाज कल्याणबोडों का योगराम समुचित प्रधिकारियों तक पहुँचाने की दिशा में बहुत की ऊन मिलों से रियायती कीमतों पर उन उपलब्ध 'शानदार काम किया। कराने के लिए उत्तर प्रदेश राज्य बोर्ड के साथ संपर्क उत्तर प्रदेश में, सभी जिलों में, जिलामजिस्ट्रेटों के स्थापित कर रहे है। सहयोग से केन्द्रीय जिला नागरिक परिषदे बनाई गई। सार्वजनिक कार्यकर्तामों के प्रयासों का ही यह परिपरियोजना स्तर पर परियोजना के कर्मचारी प्रौर णाम है कि तमिलनाडू के लोग राज्य सरकार और स्वेछिक कार्यकर्ता जवानों के लिए चंदा और सामान सैनिक अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। बकत्रित करने की दिशा मे हर सभव प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने सैनिकों को सुख-सुविधाए पहुँचाने की दृष्टि से देहरादून में कई स्वेच्छिक संगठनों ने केन्द्रीय समाज सरकारी अधिकारियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, व्यापारियों कल्याण बोर्ड के एक सदस्य के प्रभावशाली नेतृत्व में तथा सैनिक अधिकारियो की बैठकों का पायोजन किया सहस्रों रुपये मूल्य की प्रसाधन सामग्री प्रौर ऊनी वस्त्र है। उन्होंने सैनिकों के लिए सामान इकट्ठा किया है, इकट् किए। उनके लिए अस्पतालों में सेवाएं उपलब्ध कराई है पौर रक्तदान के प्रान्दोलन को बढ़ावा दिया है। मरुणांचल में शिलांग के ठेलट्स क्लब की महिलामों ने, अरुणांचल राज्य बोर्ड की अध्यक्षा के नेतृत्व में, पंजाब के कनिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता ३ दिसम्बर, १९७१ से ही युद्ध प्रयासो मे अपना निरंतर पंजाब मे स्वेच्छिक कार्यकर्तापों ने हास्पिटल वेलयोगदान देना प्रारम्भ कर दिया था। उन्होने प्रार्थामक फेयर सोसाइटी और पंजाब की केन्द्रीय नागरिक परिषद चिकित्सा कक्षामों का संगठन किया, ब्लैक आउट सबधी के साथ मिलकर जवानों के लिए सुविधाएं उपलब्ध कराई निर्देशो का पालन कराने में अधिकारियों की सहायता है। परिवार और बाल कल्याण परियोजनामों को कार्यकी, लोगों को रक्त दान के लिए प्रेरित किया, अस्पतालों कारी समितियो ने जिला अधिकारियों के साथ मिलकर में वे घायलों को देखने गए, घायल जवानों में उन्होंने काम किया और जवानों के कल्याण के लिए अधिक से पाठय सामग्री, फल, सिगरेट, अन्तर्देशीय पत्र, बिजली के अधिक सहायता दी। उन्होने जवानो के लिए कैटीनों का हीटर, मिट्टी के बर्तन और जुराबें वितरित की। उन्होने सगठन किया और उन सैनिकों को चिकित्सा सेवाएं तक पस्पतालों मे एम्प्लीहायर और लाउडस्पीकर उपलब्ध कराई, जिन्हे इनकी आवश्यकता थी। उन्होने लगा। अब वे अपग सैनिकों के घर वापस लोटने पर रक्त दान के लिए वातावरण तैयार किया और जवानों एक नई चनौती का सामना करने के लिए अपने को के लिए धनराशि एकत्रित की तथा अन्य सामान जटाया। तैयार कर रहे है। उन्होने युद्ध मे वीरगति प्राप्त या अपग सैनिकों को संभव राज्य प्रतिज्ञा समितियों के साथ युद्धयोग सहायता पहुँचाने की दिशा मे शानदार काम किया और उनके परिवारों के पुनर्वास के लिए समूचित योजनाएं जवानो के परिवारों के साथ सपर्क स्थापित करने । और राज्य सरकार द्वारा स्थापित राज्य प्रतिरक्षा समि- बनाई। तियों के साथ सक्रिय सहयोग करने के अलावा, प्रान्ध्र. माधापुर गांव की महिलाओं का प्रशंसनीय कार्य प्रदेश को स्वेक्षिक संस्थानो ने स्थानीय कपडा मिलों से हाल के हिन्द-पाक सघर्ष मे जब दुश्मन के हवाई शिक का कपड़ा इकट्ठा किया और हमलों से हमारे एक हवाई अड्डे को भीषण क्षति पहुँची वितरण के लिए इसके वस्त्र तैयार तो भुज-खवाड-बन्नी परिवार और बाल कल्याण परियो र उनके परिवारो की न्यूनतम जना के मुख्य केन्द्र माघापुर गाव की लगभग १५० कामभावश्यकतामों की शर्त हेतु धन संग्रह के लिए वे फिल्म काजी महिलाभों ने प्रतिर -शो मोर चेरिट शो का प्रायोजन कर रहे हैं। वे कानपुर तत्काल ही नजदीक के गांवों में लामों ने प्रतिरक्षा अधिकारियो के अनुरोध पर

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