Book Title: Agam aur Tripitak Ek Anushilan Part 1
Author(s): Nagrajmuni
Publisher: Concept Publishing Company
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आगम-साहित्य
१. अणुत्तरोववाइयवसांग सूत्र : (जैन आगम) : सं० एम० सी० मोदी, प्र० गुर्जर
ग्रन्थ रत्न कार्यालय, अहमदाबाद, १६३२ २. अणुत्तरोववाइयवसांग सूत्र : अमयदेवसूरि की वृत्ति सहित, प्र० आत्मानन्द जैन
सभा, भावनगर १६२१ ३. अन्तगडदसाग सूत्र (जैन आगम) : सं० एम० सी० मोदी, प्र० गुर्जर ग्रन्थ-रत्न
कार्यालय, अहमदाबाद, १६३२ ।। ४. अन्तगडदसांग सूत्र : अभयदेव सूरि कृत वृत्ति, प्र० जनधर्म प्रसारक सभा, माव
नगर, १६३३ ५. आचारांग सूत्र (जैन आगम) : शीलांकाचार्य कृत वृत्ति सहित, प्र० आगमोदय
समिति, सूरत, १९३५ ।। ६. आचारांग सूत्र (हिन्दी अनुवाद) : अनु० मुनि सौभाग्यमल, सं० वसन्तीलाल __नलवाया, प्र. जैन साहित्य समिति, उज्जैन, १९५० ७. आदि पुराण : आचार्य जिनसेन, सं० पण्डित पन्नालाल जैन, प्र. भारतीय ज्ञान
पीठ, काशी, १६६३ ८. मावश्यक चूणि (२ माग) : रचयिता जिनदास गणि, प्र. ऋषभदेव केशरीमल ___ संस्था, रतलाम, १९२८ ६. आवश्यक नियुक्ति : आचार्य भद्रबाहु, मलयगिरि वृत्ति सहित, प्र. आगमोदय
समिति, बम्बई, १९२८ १०. आवश्यक नियुक्ति : आचार्य भद्रबाहु, हारिभद्रीय वृत्ति सहित, प्र आगमोदय
समिति, बम्बई १९१६ ११. मावश्यक नियुक्ति दीपिका (३ भाग) : माणिक्यशेखर, सूरत, १९३९ १२. उत्तर पुराण : आचार्य गुणमद्र, प्र० भारतीय ज्ञानपीठ, वाराणसी, १९५४ १३. उत्तरज्झयणाणि जैन आगम (हिन्दी अनुवाद सहित, वाचना प्रमुख आचार्य
तुलसी, श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी महासभा, कलकत्ता १, १९६८ १४. उत्तराध्ययन सूत्र : नेमिचन्द्र कृत वृत्ति सहित, बम्बई, १६३७ १५. उत्तराभ्ययन सूत्र : भावविजयजी कृत टीका, प्र० आत्मानन्द जैन समा, भावनगर
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