Book Title: Agam aur Tripitak Ek Anushilan Part 1
Author(s): Nagrajmuni
Publisher: Concept Publishing Company

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Page 742
________________ लेखक की कृतियां हिन्दी २८-सत्य मंजिल : समीक्षा राह २६-मन के द्वन्द : शब्दों की कारा १-आगम और त्रिपिटक : एक अनुशीलन ३०- यथार्थ के परिपार्श्व में २--अहिंसा विवेक ३-नैतिक विज्ञान संस्कृत ४-अहिंसा पर्यवेक्षण ५-अणुव्रत जीवन दर्शन ३१-भिक्षु चरित्रम् ६-जैन दर्शन और आधुनिक विज्ञान ३२-माथेरान सुषमा ७-अहिंसा के अंचल में ३३---भक्तेरुक्तयः ८--आचार्य भिक्षु और महात्मा गांधी ३४-आशु काव्यानि 8-अणु से पूर्ण की ओर ३५-नीति नीलोत्पलानि १०-अणुव्रत विचार ३६-ललितांग चरित्रम् ११-आचार्य श्री तुलसी : एक अध्ययन १२-नवीन समाज-व्यवस्था में दान और अंग्रेजी दया १३-प्रेरणा दीप 1. Theory of Relativity and १४-सर्वधर्म सद्भाव Syadyad १५-तेरापंथ दिग्दर्शन 2. Jain philosophy Modern १६-अणुव्रत दिग्दर्शन Scier.ce १७-अणुव्रत क्रान्ति के बढ़ते चरण 3. Glimpscs of Anuvrat १८ -अणुव्रत-आन्दोलन और विद्यार्थी वर्ग 4. Glimpses of Terapanth १६–अणुव्रत दृष्टि 5. Strides of Anuvrat Movement २०---अणुव्रत आन्दोलन 6. The Anuvrat Ideology २१-युग प्रवर्तक भगवान् महावीर 7. Light of Inspiration २२-युगधर्म तेरापंथ 8. Pity and Charity in the New २३-बाल-दीक्षा: एक विवेचन Pattern of Society २४-मर्यादा महोत्सव : इतिहास और 9. A Pen-Sketch of Acharya परिचय Shri Tulsi २५---महावीर और बुद्ध की समसामयिकता 10. Contemporariety and Chron२६- मंजिल की ओर ology of Mahavira and Buddha २७ तेरापंथ शासन प्रणाली Jain Education International 2010_05 For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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