Book Title: Agam aur Tripitak Ek Anushilan Part 1
Author(s): Nagrajmuni
Publisher: Concept Publishing Company
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इतिहास और परम्परा]
शब्दानुक्रम
६२५
अल्प-वयस्क दीक्षा
४६६ अशोक के धर्म लेख १७ टि०, ११३ टि., अल्लकप्प
३४४ अशोक के शिला लेख १७, ११० प्र० अवदातवसन गृही ४१५ अशोक चन्द्र
२६६, ३०२ अवदान ३१५टि०, ३१६ अशोक वाटिका
२८, १९७ अवदानकल्पता
३१६, ३२३ टि० अशोक वृक्ष अवदान शतक
२६३.२९३ टि० अशोकावदान ११३, ११४ टि. अवधिज्ञान १२८, १२६ टि०, १३१, अश्मक १३२, १७३, १७३ टि०, १८०, अश्वघोष
२३६, ३८२ अश्वजित् भिक्षु २०१ टि०, ३०७, २०८ अवधिदर्शन १७३ टि० अश्वसेन
८७ टि०, अवन्ती ७६, ७६ टि०, ८७ टि०, ८८ अष्टांग उपोसथ-व्रत
४१० टि०, ६२, ६३ टि०, ६६, ६७ टि०, अष्टांग निमित्त
१८, १२६ १०१ टि०, १०२, २२५ टि०, अष्टांगिक मार्ग
१५८, ४०५ २३४ टि०, ४१० अष्टापद १२७, १३३, १६६, १९९ अवन्तीवर्धन ८७ टि०, ६६ टि० असत्य
४११, ४६६ अवन्ती-विजय ६७ असंयमी
४३५ अवयस्क दीक्षा ४६८ असम देवपुत्र
४२१ अवव
३०७ टि० अ-सम्यक्-सम्बुद्ध-प्रवेदित ३६०,३६२ अवसर्पिणी २५, १२१, १८५, ३२१, असितंजन नगर
२३३ टि., ३३२, असित ऋषि
४४५ अवस्वापिनी निद्रा
१३१ असिबन्धक पुत्र ग्रामणी ३५४, ३७६ प्र. अवितर्क-अविचार समाधि ३८०, २८१
३७८, ३७६ अविद्या ४२४ असुरेन्द्र
१५५, ३०५ अविनयवादी ४५३ अस्थिक ग्राम
३४८ अविरत
४१६ अस्थि गर्भ अवीचि नरक १४, १७१,२६१,२६६ अस्थि ग्रोम अवीतद्वेष ४१६ अस्ससंत
३५७ अवीतमोह
४१६ अस्सी महाश्रावक अवीतराग ४१६,४५३ अहह
३०७टि. अवेदनीय-कर्म ३७२, ३७४ अहिंसा
३७८,४६६ अन्वुद ३०७ अहिंसा पर्यवेक्षण
३६८ टि० अशनिमेघ
३३१ अहेतुवाद अशोक सम्राट ४६ टि० अहेतुवादी
४२५, ४२०,४३१ १०४, १११, १११ टि०, ११२, ११३, ११५, ११६ टि०, ११६,
आ .. २२३, ४४२,४५६ अशोक
१२५ टि. आकार-परिवितर्क अशोक का राज्यारोहण ६५, ६०,११७ आकाशगामिनी विद्या
२२३
२२६
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