Book Title: Agam aur Tripitak Ek Anushilan Part 1
Author(s): Nagrajmuni
Publisher: Concept Publishing Company
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आगम और त्रिपिटक : एक अनुशीलन
कुत्र-प्रसादक
२२६ केवलज्ञान ६४, ११६, १७०, १७२, कुल-पुत्र २२६ टि.
१७२ टि०,१८० ३८० केवलज्ञानी
२७० कुशल धर्म २६२, ३७०, ३७३, ३७५ केवलदर्शन
१७० टि. ४२१ केवली २१, २७, ५३, ७३, १८८ कुशावती
३४२
२२७, २७०, ३१५, ३२९ कुशीनगर ४४, ४३ टि०, ११३ टि०,
११५ केश-लुचन कुशीनारा ११७ टि, २८८, ३२८ केशीकुमार श्रमण १६० प्र०, १९७, १६८ ३३८, ३३६, ३४०, ३४१
१६८ टि०,३१५, ३२४ ३४२, ३४३, ३४४, ३५३ कैवल्य ११, १७० प्र०, १७४, २१८ ४०४
२१६, २६२, २८०, २८१ कुष्ठी
२७६
३३०, ३३४, ३३५, ३८२ कुम्थाल ६४ टि.
४६९ कूटदन्त विप्र
२७५, २८१ कैवल्य और बोधि प्रकरण ४२१ टि. कूटबन्त सूत्र
२७५, २८१ कैवल्य-लाभ ८३, १०६ १०७, १५८ कुणि
३००
१७७, २१८, २७४ कूपनय ३० कैवल्य-साधना
१५२ कपिय सन्निवेश ३१,३४८ कैवल्यावस्था
३४६, ३५०, ३५१ कूर्म ग्राम २०, ३४८ कोकालिक
२६६ कूलवालय भिक्षु ४६, ३०२ ३०२ टि०, ३०५ कोकालिक कटमोर-तिस्सक
२६७ कृतंगला देखें, कजंगला कोकालिय सुत्त
३०७ कृश सांकृत्य ३७, ४१२ कोडाल गोत्रीय
१२८ कृशा-गौतमी १४७, २२७ कोडिन्न
१७४, १९६ ६८ टि० कोणिक
देखें, अजातशत्रु कृष्ण अभिजाति ३७,४१२,४१७ कोरेय्य
३५३ कृष्ण अभिजाति-कृष्ण धर्म ४१७ कोलियपुत्र
२६३ कृष्ण अभिजाति–न कृष्ण, न शुक्ल (धर्म) कोलित
२०६ ४१८ कोलित ग्राम
२२४ टि० कृष्ण अभिजाति-शुक्ल-धर्म
४१७ कोलिय दुहिता सुप्रवासा २२५ टि०, २३४ कृष्ण लेश्या ४१६ कोलियो
३४४, ३५३ कृष्ण नदी
३०८ कोल्लाक ग्राम केतुमती विमान ४४१ कोल्लाग उपनगर
२३६ केन्टन के बिन्दु संग्रह
१०४ कोल्लाग सन्निवेश २६, १७६, २३८, केन्टन नगर १०४
३४८ केन्टनीज तारीख
६८ कोशल देवी २८६, २६४, २६५, २६७ केन्टनीज परम्परा
२६८
कृष्ण
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