Book Title: Agam 42 mool 03 Dashvaikalik Sutra
Author(s): Shayyambhavsuri, Bhadrabahuswami, Agstisingh, Punyavijay
Publisher: Prakrit Granth Parishad

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Page 18
________________ नियुक्तिगाथाओं का समीकरण हरि० स्थ० अ० X OLO x xxxxx १६१ AMU X X X X १६४ १६५ .nxcmsxxxxx...xxxxxxx X आ० हरिभद्र और स्थ० अगस्त्यसिंहसंमत नियुक्ति गाथाओं का समीकरण हरि० स्थ० अ० हरि० स्थ० भ० हरि० स्थ० अ० हरि० स्थ० अ०) हरि० स्थ० म. १९८ ९९ ४० १८ ८२४ ११९ x (प्रक्षेप) १ ६४ । ८३ x १२० x २०० १०० ८४ x १२१ x २०१ १२२ x २०२ x २०३ १०२ ८७४। १२४ ४५ २०४ १०३ १२५ ४६ १६ २०५ १०४ ८९ २६ १२६ २०६ १०५ १२७ ४८ २०७ १०६ ९१ २८ १२८ ४९ २०८ १०७ ९२ २९ १२९ ५० १६ २०९ १०८ १६८ २१० १०९ १६९ २११ ११० १३२४ १७० २१२ १११ १३३ x २१३ ११२ १७२ २१४ ११३ १७३ २१५ ११४ १३६ ५३ २१६ ११५ १७५ २१७ ११६ १३८ x २१८ ११७ १७७ २१९ ११८ १७८ २२० ११९ २२१ १२० २२२ १२१ ७ १२२ ८ १२३ ९ १२४ २२३ १२५ १४७ २२४ १२६ १४८ २५ १२७ भा० २८ १२८ १५० ५७ भा० ३३ १३० १५१ ५५ भा० ३४ १३१ x २२५ १३२ ७४ x. ११२ ४० १५३ ९४ २२६ १३३ १५४ ९५ - २२७ १३४ ७६ x ११४ ४२ १९३ ९६ भा० ५६ १३५ ७७ x ११५ ४३ १५६ ६२ x भा० ५७ १३६ (प्रक्षेप) गा.१४ ११६ x * यहाँ ५६,५७,५५ xt संख्यांक १२९ नहीं ८० x ११७ x में क्रमव्यत्यय है।। १९७ ९८ दिया गया है। १७६ xxxxxxxxxxxxxxxx . MANG 6- xxxxxxxxxxx X X X X X X X X X X X X X X X X X X X X X X X X X X X *xxxxxxxxxxx A १८८ ५२ -- 0.00.00 ३७ ३८ १५ १६ । 1 छप जानेके बाद यह गाथा काट दी गई Jain Education Intemational For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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