Book Title: Agam 34 Nisiha Chheysutt 01 Moolam
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Agam Shrut Prakashan

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Page 26
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir उदेसो-४ संठवेंतं वा सात्तिजति।८४-70 (२८१) जे मिक्खू अण्णमपणस्स दंते आधसेज वा पधंसेन वा आधंसतं वा पधंसतं वा सात्तिजति।८५180 (२८२) जेभिक्खू अण्णमण्णस्स दंते उच्छोलेज वा पधोएज वा उच्छोलेंतं वा पधोएतं वा सातिजति।८६18 (२८३) जेभिक्खू अण्णमण्णस्स दंते फुमेज वा रएन वा फुतं वा रएतं वा सा०1८1-82 (२८४) जे भिक्खू अण्णामपणस्स उडे आपजेज वा पमल्नेश वा आमजंतं वा पमजंतं या सातिजति।८८18 (२८५) जे भिक्खू अण्णपण्णस्स उडे संयाहेज वा पलिमद्देश वा संवाहेंतं वा पलिमदे॒तं वा सातिजति।८९॥84 (२८६) जे भिक्खू अण्णमण्णस्सउडे तेल्लेण वा पएण वा वसाए वा नवनीएण वा अमंगेज वा मक्खेज वा अमंगेतं वा मोतं वा सातिजति।९०1-85 __ (२८७) जे भिक्खू अण्णमण्णस्स उडे लोद्धेण वा कक्केण वा चुण्णेण वा वण्णेण वा उल्लोलेज वा उबट्टेवा वा उब्दहेंतं वा सातिजति १९१-80 (२८८) जे भिक्खू अण्णमण्णस्स उट्टे सीओदग-वियडेण वा उसिणोदग-वियडेण वा उच्छो-लेश वा पधोवेज वा उच्छोलेंतं वा पधोवेंतं वा सातिञ्जति ।१२।87 (२८९) जे भिक्खू अण्णमण्णस्स उडे फुमेज वा रएज वा फुतं वा रएतं वा० १९३1-88 (२९०) जे भिक्खू अण्णमण्णस्स दीहाइं उत्तरो?-रोमाइंकप्पेज वा संठवेज वा कप्तं या संठवेंतं वा सातिझति, जे भिक्खू अण्णमण्णस्स दीहाई नासा-रोमाई कप्पेज वा संठवेज वा कप्तं वासंठवेंतं वा सातिजति ।९४५-89 (२९१) जे भिक्खू अण्णमण्णस्स दीहाई अच्छि-पत्ताई कप्पेज वा संठवेज वा कप्तं वा संठवेंतं वा सातिजति।९५/-80 (२९२) जे भिक्खू अण्णमण्णस्स अच्छीणि आमजेज वा पमन्जेज वा आमजंतं वा पमजंतं वा सातिनति।९६-91 (२९३) जे भिखू अण्णमण्णस्स अच्छीणि संवाहेज वा पलिमद्देज वा संवाहेंतं वा पलिमदेंतं वा सातिजति।९७1-92 (२९४) जे मिक्यू अण्णमण्णस अच्छीणि तेल्लेण वा घएण वा वसाए वा नयनीएण या अमंगेज वा मक्खेज वा अमंगेतं वा मक्खेंतं वा सातिजति ९८193 (२९५) जे भिक्खू अण्णमण्णस्स अच्छीणि लोद्धेण वा कक्केण वा चुण्णण वा वणेण वा उल्लोलेज वा उन्नट्टेज वा उल्लोलेंतं वा उव्यदृतं या सातिअति ।१९।-4 (२९६) जेभिक्खू अण्णमण्णस्स अच्छीणि सीओदग-वियडेण वा उसिणोदग-वियडेण वा उच्छोलेज वा पधोएज वा उच्छोलेंतं वा पधोएंतं वा सातिजति ।१००।-95 (२९७) जे भिक्खू अण्णमण्णस्स अच्छीणि फुमेन वा रएन वा फुतं वा रएतं या सातिजति ।१०१1-08 (२९८) जे मिक्खू अण्णमण्णस्स दीहाई प्रमुग-रोमाई कपेज वा संठवेज वा कप्तं वा संठवेंतं वा सातिअति।१०२1-97 3412 For Private And Personal Use Only

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