Book Title: Agam 34 Nisiha Chheysutt 01 Moolam
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Agam Shrut Prakashan

View full book text
Previous | Next

Page 51
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir निसीई - ११/११४ संठवेज वा कप्त वा संठवेंतं वा सातिजति ।४०।-40 (६९५) जे मिक्खू अण्णउत्थियस्स दा गारत्यियस्स वा दीहाई मंसु-रोमाई कप्पेज या संठवेज वा कप्तं वा संठवेंतं वा सातिजति ४१141 (६९६) जे मिक्खू अण्णउस्थियस्स वा गारत्यियस्स वा दंते आघंसेज वा पघंसेज वा आघंसंतं वा पघंसंतं वा सातिजति ।४२। 42 (६९७) जे भिक्खू अण्णउत्थियस्स वा गारस्थियस्स या दंते उच्छोलेज वा पधोएन या उच्छोलेंतं वा पधोएंतं वा सातिजति।४।-49 (६९८) जे भिक्खू अण्णउत्थियस्स या गारत्यियस्स या दंते फुमेज वा रएला वा फुतं वा रएतं वा सातिजति।।४।-44 (१९९) जे भिक्खू अण्णउस्थियस्स वा गारस्थियस्स वा उहे आमजेज वा पमजेज वा आमजंतं वा पमजंतं वा सातिजति ४५1-45 (७००) जे पिक्खू अण्णउत्थियस्स वा गारस्थियस्स वा उढे संबाहेज वा पलिमद्देन वा संवाहेंतं वा पलिमहेंतं वा सातिद्धति ।।६।-48 (७०१) जे मिक्खू अण्णउत्थियस्स या गारत्यियस्स या उद्धे तेल्लेण वा घएण वा वसाए वा नवणीएण या अमंगेज वा मक्खेन या अमंगेतं वा मोतं वा सातिजति ।।७।-47 (७०२) जे भिक्खू अन्नउत्थियस्स वा गारत्थियस्स वा उठे लोद्धेण वा ककेण दा चुण्णेण वा वण्णेण वा उल्लोलेश वा उव्यहेज या उलोलेंत वा उव्यटेत वा सातिशति ।४८1-48 (७०३) जे भिक्खू अण्णउत्थियस्स वा गारस्थियस्स वा उहे सीओदग-वियडेण या उसिणोदग-वियडेण वा उच्छोलेज वा पधोएज वा उच्छोलेंतं या पधोएंतंवा सातिजति।४९।-40 (७०४) जे भिक्खू अण्णउत्थियस्स वा गारस्थियस्स या उढे फुमेज वा रएज वा फुतं वा रएंतं वा सातिजति।५०1-30 (७०५) जे भिक्खू अण्णउत्यियस्स या गारत्यियस्स वा दीहाई उत्तरोट्ट-रोमाई कपेज वा संठयेझ वा कप्तं या संख्येत वा सातिजति जे भिक्खू अण्णउत्थियस्स वा गारस्थियस्स वा दीहाई नासा-रोमाई कप्पेन वासंठवेन या कप्तं वा संठवेंतंवा सातिजति।५१1-31 (७०६) जे भिक्खू अण्णउत्यियस्स वा गारत्यियस्स या दोहाई अच्छि-पत्ताई कप्पेन या संठवेझ वा कप्त वा संठवेंतं वा सातिजति ।५२१-32 (७०७) जे भिक्खू अण्णउत्यियस्स वा गारत्यियस्स या अच्छीणि आमझेझ वा पमझेझ या आमजंतं वा पमजंतं वा सातिञ्चति।५३-६७ (७०८) जे भिक्खू अण्णउत्थियस्स वा गारत्यियस्स या अच्छीणि संवाहेज या पलिमद्देन वा संवाहेंतं वा पलिम तं वा सातिजति।५४/-64 (१०) जे भिक्खू अण्णउस्थियस्स वा गारत्यियस्स वा अच्छीणि तेल्लेण वाघएण वा वसाए वा नवीएण वा अब्अंगेज वा मक्खेन वा अमंगेंतं वा मक्टोतं या सातिअति १५५/-55 (१०) जे पिक्खू अण्णउस्थियस्स वा गारस्थियस्स या अच्छीणि लोद्धेण वा कक्केण वा चुण्णेण वा वण्णेण वा उल्लोलेज या उव्यन या उल्लोलेंतं चा उव्यढेंतं वा सातिजति ।१६।-68 (११) जे भिक्ख अण्णउत्यियस्स या गारत्थियस्स वा अच्छीणि सीओदग-वियडेण वा उसिणोदग-वियडेण वा उच्छोलेज वा पधोएज वा उच्छोलेंतं या पधोएतं वा सातिञ्चति ।५७।-67 For Private And Personal Use Only

Loading...

Page Navigation
1 ... 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90