Book Title: Agam 34 Nisiha Chheysutt 01 Moolam
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Agam Shrut Prakashan
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मित- २१२ (१२५)जे मिक्खू नावं पामियति पापियायेति पामियमा देजमाणंदुरुहति दुरुहंत या सातिअति 139
११६३) जे पिम्बू नावं परिपतुति परियशवेति परियहमाइदेउमाणंदुरुहति दुरुहंत या सातिजति ।
(१२) जे पिकवू नावं अच्छेनं अनिसिष्ठं अमिहडमा देछापाणं दुरुहति दुरुस्तं वा सातिप्रति ।
(१२६५ जेभिक्खयलाओनावंजले ओकासावेति ओकसावेत यासातिञ्जतिक्षा (१२६६) जेभिक्खू जलाओ नावं घले उक्कसावेति उकसावेंतं वा सातिअति +7 (१२९०) जेभिक्खू पुण्ण नावं उस्सिंचति उसिवंतं वा सातिञ्जति।८18 (१२५८) जेभिक्खू पडिणावियं कट्टनावाए दुरुहति दुरुहंतं वासातिअति।९।-9 (१२६१) जेमिक्खु पङिनावियंकटुनावाए दुरहति दुरुरंतं वा सातिजति।१०।-11
(१२००) जे मिक्खू उटगामिणि या नावं अहोगामिणिं वा नावं दुरुहति दुरुंहतं वा सातिप्रति 1991-12
(१२0१) जे पिक्खू जोयाणवेलागामिणि वा अद्धजोयणवेलागामिणि या नावं दुरुहति दुरुतंवा सातिञ्जति १२
(१२७२) जे मिक्खू नावं आकसावेति ओकसावेति खेवावेति रञ्जणा वा कड्दति कदंतं या सातिशति ।।1-14
१२४१) जेभिक्खू नावं अलित्ताएष या फिहएण वा वंसेण वा वलेण वा वाहेति वाहेंत वा सातिप्रति १४|-17
(१२) जे मिक्खू नावाओ उदगं मायणेण वा पडिग्गहेण वा मत्तेण या नावा उस्सिवणेण वा उस्सियति उस्सिंचंतं वा सातिअति ।१५1-18
(११०५) जेभिक्खू नावं रतिमेण उदगंजासमणि उवरुवरि कालमाणि पेहाय हत्येण या पाएण या आसत्यपतेण चा कुसपत्तेण वा मट्टियाए या चेलकण्णेण वा पडिपिहेति पडिपिहेतं या सातिअति।१६1-19
(१२७१)जे मिक्खू नावागमओ नावागयस्स असणं० पडिग्गाहेति पडिग्गाहेंतं०११७1-20 (110) जेभिक्खू नावागओ जलगयस्स असणं० पडिग्गाहेति पडिग्गाहेंतं०1१121 (१२७) जेभिक्ख नावागओपंकगयस्सअसणं० पडिग्गाहेति पडिग्गाहेंतं०11९1-22 (१२७१)जे भिक्खू नावागओयलगयस्स असणं० पडिग्गाहेति पडिगहेंतं०१२01-23 (१२८०) जे मिक्ख जलगओनावागयस्स असणं० पडिग्गाहेति पडिग्गाहेंतं० 1291-20 (१२८१)जे भिक्खजलगओ जलगयस्सअसणं० पडिग्गाहेतिपडिग्गाहेंतं०२२-21 (१२८२) जे मिक्खू जलगओ पंकगयरस असणं० पडिग्गहेतिपडिग्गाहेत०१२३122 (१२८३) जे भिक्खुजलगओ यलगयस्स असणं० पडिग्गाहेति पग्गिाहेंत०।२४123 (१२८४) जे भिक्खूपंकगओनावागयरस असणं० पडिग्गाहेति पडिग्गाहेंतं०२५1-20 (१२८५) जे भिक्खूपंकग जलगयस्स असणं० पडिग्गाहेति पडिग्गाहेंतं०।२६।(१२८६) जे मिक्खू पंकगओ पंकगयस्स असणं० पडिग्गाहेति पडिग्गाहेंत०।२७५ (१९८०) जेभिक्खूपंकगो पलगयस्स असणं० पडिग्गाहेति पडिग्गाहेंतं०२८)(१२८८)जेभिक्खु यलगओवागयस्स असणं० पडिग्गाहेति पडिगाहेंत०।२९१
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