Book Title: Agam 34 Nisiha Chheysutt 01 Moolam
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Agam Shrut Prakashan

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Page 37
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir निसीई - 29 याणि वा पत्तुण्णाणि वा अंसुयाणि वा चीणंसुयाणि वा देसरागाणि वा अभिलाणि वा गजलाणि वा फरडिगाणि वा कोतवाणि वा कंबलाणि वा पावारगाणि या कणगाणि या कणगकताणि या कणगपाणि वा कणगखचियाणि या कणगफुष्टियाणि वा पप्पाणि वा विवाघाणि वा आमरणाणि था आभरणविचित्ताणि या उदाणि या गोरमिगाईणगाणि वा किण्हमिगाईणगाणि वा नीलमिगाईणगाणि या पेसाणि वा पेसलेसाणि पा] परिभुजति परिमुंजतं वा सातिअति ।१२1-12 (८३) जे मिक्खू माउग्गस्स मेहुण-वडियाए अक्खंसि वा उऊंसिवा उदरंसि वायणसिवा गहाय संचालेति संचालेंतं था सातिमति।१३।-19 (४८३) जे मिक्खू माउग्गामस्स मेहुण-वडियाए अन्नमण्णस्स पाए आमखेज वा पमझेश वा आमजतं या पमजंतं वा सातिअति।1-14 (rer) जे मिक्खू माउग्गामस्स मेहुण-घडियाए अन्नमन्नस्स पाए संवाहेन वा पलिमद्देश वा संवाहेंतं वा पलिमहेत वा सातिजति 1१५1-16 (४८५) जे मिक्खू माउप्पामस्स मेहुण-वडियाए अण्णमण्णस्स पाए तेल्लेण वा घएण वा वसाए या नवणीएण वा अमंगेझंवा मक्खेज वाअभंगेंतं वा मक्खेंतं यासातिझति।१६1-18 (४८६) जे मिक्खू माउणामस्स मेहुण-वडियाए अण्णमण्णस्स पाए लोद्धेण या कक्केण वा चुण्णेण वा वण्णेण वा उल्लोलेज वा उव्यदृश वा उल्लोलेंतं वा उब्वटेंतं या सातिजति ११७-17 (४८७) जे मिक्खू माउग्गामस्स मेहुण-वडियाए अण्णमण्णस्स पाए सीओदग-वियडेण या उसिणोदग-वियडेण वा उच्छोलेज वा पधोएज वा उच्छोलेंतं वापधोएतं वा सातिञ्जति 1८1-18 (१८८) जे मिक्खू माउणामस्स मेहुण-वडियाए अण्णमण्णस्स पाए फुसेज वा रएन वा फुतं वा रएतं वा सातिञ्जति ।१९-18 (४२) जे मिक्खू माउग्गामस्स मेहुण-यडिपाए अन्नमन्नस्स कायं आमजेज वा पमजेज वाआमजंतं वा पमजंतं वा सातिअति २०1-20 (९०) जे भिक्खू माउग्गामस्स मेहुण-वडियाए अण्णमण्णस्स कायं संवाहेज वा पलिमद्देश वा संवाहेंत वा पलिम तं वा सातिनति ।२१1-21 (४९१) जे मिक्खू माउग्गामस्स मेहुण-यडियाए अण्णमण्णस्स कार्य तेल्लेण वा घएण वा वसाए वा नयणीएण वा अमंगेश पा मक्खेज वा अमंगेतं या मक्खेंतं वा सातिजति ।२२।-22 (१९२) जे भिक्खू माउग्गामस्स मेहुण-वष्ठियाए अण्णमण्णस कार्य लोद्धेणं या कक्केण वा चुण्णेण वा वण्णेण वा उल्लोलेज वा उव्वडेज वा उल्लोलेंत वा उव्यप्टेंतं या सातिजति ।२३:23 (१९३) जे मिक्खू माउग्गामस्स मेहुण-घडियाए अण्णमण्णस्स कायं सीओदग-वियडेण वा उसिणोदग-वियडेणवाउच्छोलेजदापधोएजवाउच्छोलेंतवापधोएंतंदासातिजति।२४।-24 (४९७) जे मिक्खू माउ गामस्स मेहुण-वडियाए अण्णमण्णस्स कायं फुमेज या रएज वा फुतं वा एतं या सातिजति २५1-25 (४९५) जे मिक्खू माउग्गामस्स मेहुण-वडियाए अण्णमण्णस कार्यसि वर्ण आमञ्जेज वा पमञ्जेज वा आमझंतं या पमझंतं वा सातिझति।२६)-28 (४९५) जे मिक्खू माउग्गामस्स मेहुण-यडियाए अण्णमण्णस्स कार्यसि वणं संवाहेल वा पलिपद्देज वा संवाहेत वा पलिपति वा सातिजति।२७I-27 (१९७) जे मिक्खू माउग्गामस्स मेहुण-वडियाए अण्णमण्णस्स कार्यसि वणं तेल्लेण वा For Private And Personal Use Only

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