Book Title: Agam 13 Upang 02 Rajprashniya Sutra Part 02 Sthanakvasi Gujarati
Author(s): Ghasilal Maharaj
Publisher: A B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
________________
जैनाचार्य-जैनधर्मदिवाकर-पूज्यश्री-घासीलालजी-महाराजविरचितया सुबोधिन्याख्यया व्याख्यया समलकृत
हिन्दी-गुर्जरभाषाऽनुवादसहितम्
श्री-राजप्रश्नीयसूत्रम् SHREE RAAJPRASHNIYA
SŪTRAM (द्वितीयो भागः)
नियोजकः संस्कृत-प्राकृतज्ञ-जैनागमनिष्णात-प्रियव्याख्यानि
पण्डितमुनि-श्रीकन्हैयालालजी-महाराजः
प्रकाशकः "अजीतनिवासी श्रीमान् सेठ सा. चिमनलालजी रिखबचन्दजी
जीरावला तत्प्रदत्तद्रव्यसाहाय्येन अ. भा. श्वे. स्था. जैनशास्त्रोद्धारसमितिप्रमुखः श्रेष्टिश्री-शान्तिलाल मङ्गलदासभाई-महोदयः
मु० राजकोट
ईस्वीसन्
प्रथम आवृत्ति प्रति १२००
वीर-संवत् विक्रम संवत् २४९२
२०२२ मूल्यम् रू. २०/
Loading... Page Navigation 1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 ... 181