Book Title: Agam 09 Ang 09 Anuttaropapatik Sutra Anuttaraovavai Terapanth
Author(s): Tulsi Acharya, Nathmalmuni
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 41
________________ अणुत्तरोववाइयदसाओ पढमो वग्गो पृ० ६१३-६१६ रक्वेव-पदं१. जालि-पदं६, निक्खेव-पदं १४, मयालिपभिति-पदं १५, निक्खेव-पदं । बोच्चो वग्गो सू०१-६ उक्खेव-पदं १, दीहसेणादि-पदं ४, निक्खेव-पदं ६। पृ० ६१७-६१८ तच्चो वग्गो पृ०६१६-६३३ उक्खेव-पदं १, धण्णस्स गिहवास-पदं ४, धण्णस्स पव्वज्जा-पदं १०, धण्णस्स तवचरियापट २२. धणस्स तवजणियसरीरलावण्ण-पद ३१, सेणियस्स महादक्करकार भगो उत्तर-पदं ५७, सेणिएण धण्णस्स थवणा-पदं ५८, घण्णस्स सव्वटसिद्ध. समापट ५४. निक्खेव-पदं ६३, सुणक्खत्त-पदं ६४, इसिदासादि-पदं ७४, निक्खेव-पटं ७५, परिसंसो।

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