Book Title: Agam 04 Samavao Angsutt 04 Moolam
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Agam Shrut Prakashan

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Page 16
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir एक्कारसमो सपदाओ अत्यंगाणं देवाणं एक्कारस पनिओवमाई टिई पन्नत्ता लंतए कप्पे अत्येगइयाणं देवाणं एक्कारस सागरोदमाई लिई पत्ता जे देवा बंभं सुबंभं बंभावत्त वंभप्पभं दंभकतं बभवणं वंभलेसं वंभज्झयं बंभसिंगं वंभसिद्धं वंभकूडं वंभुत्तरवडेसगं विमाणं देवत्ताए उबवण्णा तेसि जं देवाणं उक्कोसेणं एक्कारस सायरोवमाई टिई पत्रत्ता ते णं देवा एक्कारसहं अद्धमा- साणं आणति वा पाणमति वा ऊससंति वा नीससंति वा तेसि गं देवाणं एक्कारसहं बाससहस्साणं आहारठ्ठे सपुष्पजाइ संतेगइया भवसिद्धिया जीवा जे एक्कारसहिं भवग्गहणेहिं सिज्झिति बुज्झिस्संति मुचिस्संति परिनिव्वाइस्संति सव्वदुक्खाणमंतं करिस्संति 1991-11 एकारसमो समवाओं समत्तो बारसमो - समवाओ (२०) बारस भिक्खुपडिमाओ पत्रत्ताओ तं जहा मासिआ भिक्खुपडिमा दोमासिआ भिक्खुपडिमा तेमासिआ भिक्खुपडिमा चाउमासिआ भिक्खुपडिमा पंचमासिआ भिक्खुपडिमा छम्मासिआ भिक्खुपडिमा सत्तामासिआ भिक्खुपडिमा पढमा सत्तरइंदिआ भिक्खुपडिमा दोधा सत्तराईदिआ भिक्खुपडिमा तथा सत्तराईदिआ भिक्खुपडिमा अहोरा - इया भिक्खुडिया एगराइया भिक्खुपडिमा दुवालसविहे संभोगे पत्रते ( तं जहा ) - 192-91-12-1 (२१) उबही सुअ भत्तपाणे अंजलीपगहेत्ति य दायणे व निकाए अ अब्भुवाणेत्ति आवरे (२२) क्रितिकम्मस्स य करणे वैयावच्चकरणे इ अ समोसरणं संनिसेचा य कहाए अपबंधणे (२३) दुवालसावते कितिकम्मे पन्नत्ते ( तं जहा ) - १२-२-12-2 (२४) दुआंणवं जहाजायं कितिकम्पं बारसावयं ||५|-1 ११ ॥६॥-2 For Private And Personal Use Only चउसिरं तिगुत्तं च दुपवेसं एगनिक्खमणं ॥१७॥-1 (२५) विजया णं रायहाणी दुवालस जोयणस्यसहस्साइं आवामविक्खंभेणं पन्नता रामेणं बलदेवे दुवाल वाससयाई सव्वाउयं पालिता देवत्तं गए मंदरस्स णं पव्वयस्स चूलि - आ मूले दुवास जोयणाई विक्खभेणं पन्नत्ता जंबूदीवस्स णं दीवस्स वेड्या मूले दुवालस जोबगाई विवखंभेणं पत्रता सव्वजहणिओ राई दुवालसमुहुत्तिआ पत्रत्ता सव्वजहण्णिओ दिवसो दुवालसमुहुत्तिओ पत्तो सव्वगसिद्धस्स णं महाविमाणस्स उवरिल्लाओ थुभिअग्गाओ दुबालस जोयणाई उड्द्धं उप्पतिता ईसिपमारा नामं पुढवी पत्रत्ता ईसिपदभाराए गं पुढवीए दुबालसनामधेजा पत्रता तं जहा-ईसित्ति वा ईसिप भारति वा तणूइ वा तणुयतरिति वासद्धिति वा सिद्धएति वा मुत्तीति वा मुत्तालएत्ति वा बंभेत्ति वा बंभवडेंसएत्ति वा लोकपरिपूरणेत्ति वा लोगग्गचूलिआइ वा इमीसे णं रयणप्पभाए पुढवीए अत्येगइवाणं नेरइयाणं वारस पलिओ माई ठिई पत्ता पंचमाए पुढवीए अत्येगइयाणं नेरइयाणं बारस सागरीबमाई टिई पत्रत्ता असुरकुमाराणं देवाणं अल्येगइयाणं बारस पलिओ माई ठिई पन्नत्ता सोहम्मीसा सु कप्पे अत्येगइयाणं देदाणं वारस पलिओचमाई ठिई पत्रत्ता लंतए कप्पे अत्थेगइयाणं देवाणं बारस सागरोवमाई टिई पत्रत्ता जे देवा महिंद महिंदज्झयं कंबुं कंबुग्गीवं पुंखं सुपंखं महापुखं पुई सुपुंडं महापुंडं नरिदं नरिंदकंतं नरिदुत्तरवर्डसगं विमाणं देवत्ताए उबवण्णास

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