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ठाणं (स्थान)
पोग्गल - पदं
पुद्गल-पदम्
१२७. अट्टएसिया खंधा अनंता पण्णत्ता । अष्टप्रदेशिकाः
१२८. अपएसो गाढा पोग्गला अनंता पण्णत्ता जाव अट्टगुणलुक्खा पोग्गला अनंता पण्णत्ता ।
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पुद्गल-पद
स्कन्धाः अनन्ता : १२७. अष्टप्रदेशी स्कंध अनन्त हैं ।
प्रज्ञप्ताः ।
अष्टप्रदेशावगाढा : पुद्गलाः अनन्ताः प्रज्ञप्ताः यावत् अष्टगुणरूक्षाः पुद्गलाः अनन्ताः प्रज्ञप्ताः ।
स्थान ५ : सूत्र १२७-१२८
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१२८. अष्टप्रदेशावगाढ पुद्गल अनन्त हैं । आठ समय की स्थिति वाले पुदगल अनन्त हैं।
आठ गुण काले पुद्गल अनन्त हैं ।
इसी प्रकार शेष वर्णं तथा गंध, रस और स्पर्शो के आठ गुण वाले पुद्गल अनन्त हैं ।
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