Book Title: Acharya Rajshekhar krut Kavyamimansa ka Aalochanatmaka Adhyayan
Author(s): Kiran Srivastav
Publisher: Ilahabad University

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Page 4
________________ [1111 महारथी मेरे पति का मुझे निरन्तर उत्साहवर्धक सहयोग मिला तो मेरे कर्मठ बेटे ने भी अपने उत्साही स्वभाव से प्रतिपल मेरी मानसिक शक्ति की अभिवृद्धि करते हुए शोध-प्रबन्ध के टङ्कणकार्य को अपने श्रम से सम्पन्न कराया। शोध प्रबन्ध के टङ्कणकार्य को पूर्ण रुचि तथा श्रमसहित सम्पन्न करने में 'लकी बद्रर्स' 1, कटरा, इलाहाबाद के सराहनीय योगदान हेतु मैं उनके प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करती हूँ। सभी के सहयोग का अक्षयस्त्रोत मुझे प्रेरणा देता रहा। अन्ततः अपने ज्ञान की अतिसकुचित सीमा रेखा में आबद्ध मैं अपनी अल्पज्ञता के कारण होने वाली अशुद्धियों के लिए विद्वत्जनों की क्षमाप्राप्ति हेतु आशान्वित हूँ। दिनाङ्क -6 - १४ किरण श्रीवास्तव किरण श्रीवास्तव

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