Book Title: Acharang Sutram Shrutskandh 02 Author(s): Kulchandrasuri Publisher: Porwad Jain Aradhana Bhavan Sangh View full book textPage 2
________________ || नमोत्थुणं समणस्स भगवओ महावीरस्स।। 1| सिद्धान्त महोदधि श्री मद्विजय प्रेमसूरीश्वर गुरुभ्यो नमः । अक्षरगमनिकासमलङ्कृतम् | श्री आचाराङ्ग-सूत्रम् | (द्वितीय : श्रुतस्कन्धः) अक्षरगमनिकाकार: आचार्य वियज कुलचन्द्र सूरिः प्रकाशकः श्री पोरवाड जैन आराधना भवन संघ शिवाजी चौक, गोकुलनगर, भिवंडी (थाणा)- ४२१३०२Page Navigation
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