Book Title: Abhidharmadipa with Vibhasaprabha Vrutti
Author(s): P S Jaini
Publisher: Kashi Prasad Jayaswal Research Institute
________________ 160 353 4. टिप्पणगतविशेषनामसूची। 459 कच्चायन, 270 जैन, 158 कपिल, 245 जैमिनीय कप्फिण, 220 ज्ञानप्रस्थान, 74, 89, 102, 237 कर्मनिर्देशाधिकार, 136 तत्त्वसप्तति, 225 कस्सप, 201 तथागत, 99, 356 कस्सपिक, 258 ताम्रपर्णीय, काश्मीर, 29, 102, 123, 124, 132, तित्थायतन, ." 120 247, 298. तिपिटकचूळनागत्थेर, काश्मीरवैभाषिक, - 33, 99 तिपटकचूळाभयत्थेर, 353 काश्यप, तिपिटकमहाधम्मरक्खितत्थेर, 353 काश्यप (आर्य), ... 402 तिष्य, किलशब्द, 13, 19, 68, 150, 345 तेपिटकबुद्धवचन, 100 कुमारलाल (भदन्त), . 15 पिटक, केचित् 25, 82, 161, 324, 407, 415 थेर, .182 . कोशकार, .. - 33 थेरवाद, क्षान्तिजातक, 194 दार्टान्तिक, 32, 47,76, 95, 141, क्षुद्रकवस्तुक, . 307 . 149, 172, 409 खन्तिवादिजातक, 194 दीघभाणकाभयत्थर, ... खिड्डापदोसिका देवा, . ..103 दीनार, 182 खुद्दकवत्थुविभङ्ग, ......306 धम्मविनय, 328 खेमक (आयस्मा), ... 237 धम्मसंगह, 224 गन्धर्व, . . ..46 धर्मत्रात, गुणमति (आचार्य), ..285 धमिल,.. गोतम, 124 नक्षत्रराज, गोमयपिण्ड [सुत्त] 119 नत्थिकवाद, ..... 169 गोसव, घटीकारसुत्त, .... 201 201 नागसेनत्थेर, 818 घोषक (भदन्त), 32, 94, 990-328 नारायणसंघातबल, . घोषदत्त,.. ..:: . 200 नालन्दा, चतुनिकाय,.. . 198 निकायग्रन्थ, 198 छछक्कसुत्त, 223 निकायान्तर, जनकवैदेह, 154 निकायान्तरीय, 11,71,107,236,412 जम्बुद्वीप, 193, 209 निर्ग्रन्थ, जिनचक्क, - 133 नेत्तिवचन, 299 जिनदूत, .. 103 पञ्चस्कन्धक, जिनादिष्ट, 103 पटिसम्भिामग्ग, .224
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