Book Title: Abhidharmadipa with Vibhasaprabha Vrutti
Author(s): P S Jaini
Publisher: Kashi Prasad Jayaswal Research Institute

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Page 628
________________ 5. ग्रन्थगतसंस्कृतशब्दसूची। 469 इन्द्रिय 44, 45 n , 49, 204, 205, उपपद्यवेदनीय 93, 141, 143 - 238, 313, 340, 353, 357, 359, उपलिखति 165 362, 384; अन्तरविवृद्धितत्प्रथमता उपवास 123 n., 135; संवर 123 n., 366; प्रकरण 57 n; प्रस्ताव 57; 124 n. महाभूतोपचय 211; 1. संचार 344, संचार 344, उपविचार 287 352. उपसंपन्न, 136 n. इष्टविपाक 141 उपहा 154 ईर्ष्या 42, 75, 308, 311 उपादान 12, 220, 279, 299 n., ईशितृत्व 399 n. 370; स्कन्ध 17, 229, 231, ईश्वर 51, 84, 118, 119, 120, 185, 232, 233, 237, 272, 275. 231, 232, 319, 400. उपादायरूप 65,171 उच्छेद-ग्राह 295; दृष्टि 235, 239; उपासक 47 n , 89, 123 n., 124 n., धर्मा 295; भोरुत्व 93. 125, 127; संवर 130. उच्छासप्रश्वास 117 उपेक्षा 51, 72, 140, 287, 312, 313, उत्कर्ष . 201 . 358, 361, 408, 411, 427, उत्तरकुरु . १७६;-कौरव 91 428.429. उत्तरनिःसरण .. - 121 उभयभागविमुक्त 353 उत्तरमार्ग . 135 उभयव्यञ्जन 56, 132 उत्पत्ति 119; काल 91; शक्ति 105 ऊर्ध्वगति 344 उत्पद्यमान 267 ऊवभागीय 301, 304 उत्सृष्टि 173 ऊर्ध्वभूमिक उदयव्ययदर्शन . . 318 ऊर्ध्वस्रोत 338 n., 340, 341 उद्भावना - 304. ऊष्मगत 98, 218, 287, 321, 322, उपकार्युपकारकभाव 326-9, 362, 421, उपक्लेश 79, 84, 136, 300, 306, ऋद्धि 187, 326, 395, 398, 399; 3.9, 313, 359, 369. पाद 357-9, 359, 399 n; प्रातिउपक्रमहेतु हार्य 398; फल 400; शरीर 400 उपचार 255, 256, 356 n.; सत्ता एक-अङ्गविरति 175: अर्थरुचि 89; 9,273. आकार 376; आत्मसंज्ञा 316; उपचित 100 n., 148; कर्म 214 आधिपत्य 38; कार्यत्व 38; क्षणाउपनाह 6, 307, 311 भिसमय 337 n.; गोचरत्व 38; चर उपपत्ति 92, काल 36; ध्यान 411; 79; देशकारी 124; धातुता 38; प्रातिलम्भिक.. 327; भविकविपाक निकायत्व 143; भौम 35; व्यञ्जन 146; लाभिक 95, 166, 193; 56; स्वभाव 38. वेदनीय 340. एकतीय 103 उपपद्यपरिनिर्वायी 338 n. 339, 341 n. एकांश 26; व्याकरण 249 275

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