Book Title: Abhidharmadipa with Vibhasaprabha Vrutti
Author(s): P S Jaini
Publisher: Kashi Prasad Jayaswal Research Institute

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Page 648
________________ 5. ग्रन्थगतसंस्कृतशब्दसूची। 489 समता (पञ्चधा) 85 समुद्र (द्विधा) समनन्तर 40, 292; प्रत्यय 93 n., सम्भारकाय 391 n. 171 n; निरुद्ध 94 n. सम्भिन्नालम्बन 22, 316. समन्वय 86 n. सम्यक्-कर्मान्त 358; ज्ञान 367, 369; समन्वागत 60, 113, 166, 184 दृष्टि 30, 168, 186, 205n., समन्वागम 26, 28, 87, 175; (त्रिविध) 242, 303-4. 362; प्रधान 166; आख्या 86 n. 357-8; प्रहाण 362; वाक 358; समन्वाहार विमुक्ति 367; संकल्प 358. समन्विति 86 सम्यक्त्व 331 n., 332 n., 333 n; समयनियम 130 नियाम 332 n.; नियत 63, न्या. समयविमुक्त 59, 346, 419. मावक्रान्ति 331 n. समवधान 81 सम्यक्सम्बुद्ध 185, 187, 195, 204, समवाय 110 390. समादानत्याग .135 सपि 82 समाधि 246, 32,7n., 359, 330, 362, सर्व 3 n., 193, 269, 271; अस्ति 384, 398-9, 404, 405, 407 278 n.; आकार 386; आवरण 419, 423; बल 98, 101 प्रहाण 331 n.; गत 34; गतत्व भावना 425; समापत्तिज्ञानबल 387; 35; गति 193; च्युत 340 n; स्कन्ध 372. धर्म 50, 276 n., 319; धर्मालम्बन समापत्ति 36, 246, 353, 384, 387, 392; धर्मज्ञान 377 n.; धर्मनैरात्म्य .405-7,415; चित्त 94. 319; धर्मशून्यता 331 n.; धर्मसमता समारोप . 235 206 n.; धातु 193, 297; पदार्थ समारोपिका 230 n. 39; प्लुत 339 n.; लोकधातु समाहितपुण्य 216 201 n.: लोकेऽनभिरति संज्ञा 372: समाहितशील.. विज्ञानबीजक 95 n:; सत्त्वविमोक्ष समुच्छिन्नकुशलमूल 28, 54, 167. - 203 n.; सूक्ष्म 65. समुच्छेद . 98, 165. सर्वज्ञ 1, 113, 125; ताचित्त 193 n.; समुत्थान 121 प्रवचन 280; वचन 198 n.; विषय समुदय 38, 54, 111, 329; ज्ञान 86. 283, 374 n.; दर्शनप्रहातव्य. 232, सर्वत्रग 239, 240, 283 294, 383; दर्शनभावनाप्रहातव्य सर्वत्रगामिनीप्रतिपत् ज्ञानबल . 385, 388 285, 287; धर्मज्ञान 286; परीक्षा सर्वाकारज्ञता 195, 385 329; मुख 233 n; सत्य 2. सलक्षण समुदाचार 148, 238, 244, 34.; सवासनप्रहाण 391 n. निरोध 94 n; प्रवृत्ति 295. सविकल्पक समुदाय 112; रूप 259; समुदायि 112. सविचार 19, 36, 423 286

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