Book Title: Abhidharmadipa with Vibhasaprabha Vrutti
Author(s): P S Jaini
Publisher: Kashi Prasad Jayaswal Research Institute
________________ 470 6. ग्रन्थगतसंस्कृतशब्दसूची। 83 कल्य 251 एकाग्रता 404, 408 विपाकज्ञानबल 387-8: स्वकज्ञान एकान्त 146; अनवद्य 147; शुक्ल 390; स्वकता 183-6; स्वभाव 147; वचनीय 249 n. 148. एकायन 317 कर्षकनिदर्शन 392 n. ऐरावण 389 कलल 317 ऐश्वर्य 359; 398, 399, 403 कल्प 117, 187, 194, 198, 199, 207; ओघ 181, 220 असंख्य 187. औदारिक 315 कल्पित 282 n; त्रयः स्वभावाः 282 औदार्य __ कल्याणमित्र 185, 295 औद्धत्य 74, 75, 297, 298, 304, कशम्बकजातीय 309, 314. कषाय 149, 150 n. औपधिक 212; पुण्यक्रियावस्तु (31 कांक्षा - 295' औपचयिक ___ 14, 25, 26, n. काञ्चन 388 n. औपचारिक 221 कान्ता 368 औपपादुक 56 काम-आस्रव 297, 300; ओघ 298; ओपोद्घातिकप्रकरण 24 च्छन्द 302; देव 63; धातु 17, कथावस्तु 37, 248 84, 91, 139, 146, 245, 302, कथ्य 343, 365, 374, 406; धातुवोतकपालपाणि 119 राग 58, 142; मिथ्याचार 127, कबडीकाराहार 47, 95, 162 154, 16, 177, योग 298-9; करण 273 राग 221, 226; वितर्क 310; करुण 101, 195 n., 205, 209, 364, वीतराग 61; वैराग्य 42, 165, 231 391, 427, 428, 429. कामावचर 7, 80, 138, 209, 225, कर्ता 284, 285, 400. कर्म 4, 11, 120-1, 136-7, 139, काय 187, 267, 315 n., 348-9; 141, 145, 153, n., 219, 254, कर्म 121; दौष्ठुल्य 311; परीक्षा 265, 340, 417; अधिकार 136; . 316; प्रसब्धि 72; बल, 389; अनुष्ठान 4:7; अन्त 362; अप- विज्ञप्ति 121, 411; साक्षि 63, वादिका 164 n; क्लेश 219 n. 348. 353; स्मृत्युपस्थान 315 n., क्लेशकत्वसङ्कर 149; क्षय 145; स्वभाव 121; विज्ञप्ति 121; चिन्ता 417; जातिचोदना 138; वेदना:४४. द्वार 153 n.; निर्जरा 159 n; कारक 254, 295 निर्देशाधिकार 136 n; नैयम्य 258; कारणसामग्री पथ (दश) 129, 130, 151-2, 153 कारापकारा n., 171, 172 n., 173, 177.8, कारित्र 15 261, 279, 280, 281, 213; फल 239, 266, 360, 386; 294, 332 n. .. 277
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