Book Title: Aadhunik Hindi Jain Sahitya Author(s): Saroj K Vora Publisher: Bharatiya Kala Prakashan View full book textPage 7
________________ समर्पण अर्पण (स्व. कैलासचन्द्र वी. वोरा को) आपकी प्रेरणा के बिना जो कार्य शुरू ही न हो पाता, लेकिन दुर्भाग्य ने आपकी अनुपस्थिति में मैं यह मुद्रित रूप में आपकी स्मृति को दो अश्रु बिन्दुओं के साथ समर्पित करती हूँ। अभागीसरोज वोरा की स्नेह-सुमन-श्रद्धांजली के साथPage Navigation
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