Book Title: Yoga kosha Part 1 Author(s): Shreechand Choradiya Publisher: Jain Darshan Prakashan View full book textPage 5
________________ संकलन-सम्पादन में प्रयुक्त ग्रंथों की संकेत-सूची अणुत्त०-अणुत्तरोववाइयदसाओ अणुओ०-अणुओगद्दाराई अंगु.---अंगुत्तरनिकाय अंत-अंतगडदसाओ अभिधा-अभिधान राजेन्द्र कोश आया०-आयारो आव०-आवस्सयं उत्त-उत्तरज्मयाणी उवा०-उवासगदसाओ ओव०-ओवाइयं ओघ--ओघनियुक्ति कप्पव.-कप्पवडिंसियाओ कप्पसु०-कप्पसुत्तं कप्पि-कप्पो कर्म-कर्मग्रन्थ गोक-गोम्मटसार कर्मकांड गोजी.-गोम्मटसार जीवकांड चंद-चंदपण्णत्ती जंबु०-जंबुदीवपण्णत्ती जीवा-जीवाजीवाभिगमे ठाण.-ठाणं तत्त्व-तत्त्वार्थ सूत्र तत्त्वराज.-तत्त्वार्थ राजवार्तिक तत्त्वश्लो०-तत्त्वार्थ श्लोकवार्तिकालंकार तत्त्व सर्व-तत्त्वार्थ सर्वार्थसिद्धि तत्त्व सिद्ध०--तत्त्वार्थ सिद्धसे नटीका दसवे.-दसवेआलियं दसामु०-दसासु नंदी.-नंदी णाया०-णायाधम्मकहाओ निर०-निरयावलियाओ निसी-निसीहज्झयणं पण्ण-पण्णवणा पण्हा-पण्हावागराणं पाइअ०-पाइअ सद्द महाण्णवो पूचू०-पूप्फचुलियाओ पुप्फि०-पुफियाओ बिह-विहकप्पसुत्तं भग -भगवई महा०-महाभारत राय-रायपसेणियं वव०-ववहारो वहि०-वहिदसाओ विवा•-विवागसूर्य सम-समवाओ सूय.--सूयगडो सूर-सूरपण्णत्ती हेम० - सिद्धहेम शब्दानुशासनम् सिद्ध० -सिद्धहेम शब्दानुशासनम् योगस-योग समुच्चय करणप्रवसा०-प्रवचनसारोद्धार षट - षट खंडागम पउम•-पउमचरिय ध्याश•-ध्यानशतक वीरजि०-वीरजिणिंदचरिउ धर्मो०- धर्मोपदेशमाला वृ० ह. (वृह०)- वृहदहारिभद्रीय टीका विशेभा० - विशेषावश्यक भाष्य णमोकार महामंत्र पंच श्वे.-पंचसंग्रह (श्वेताम्बर) योगसा~योगसार. झीणीचर्चा कम्म-कर्मप्रकृति जैनसिदी०-जैन सिद्धांत दीपिका Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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