Book Title: Vyutapatti Ratnakarakalita Abhidhan Chintamani Nammala
Author(s): Hemchandracharya,
Publisher: Rander Road Jain Sangh
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१०३०
ग्रन्थाः ग्रन्थकाराश्च
ग्रन्थाः ग्रन्थकाराश्च
माधवः
| ६०९ | २४ ६०९ ३० ६१३ | ३९ | ६३२ | ४१ /६३२ | ५४ | ६३७ | ४८ ६४१ | ३३ ६७० | ३७/६८२/ २९ | ६९२/६३ |
१५६
माधवकृष्णः माधवनिदानम् माधवी
| २०६ | ५१ २०७ ३६ २०७ ४२ | २०७ ५७ २०८
११
७३ | ६२|११२
४ | २८४|२४| २९३/३१ २९३ | ३७ | २९४ | ३९ | २९४ | ४३
२९६
|३१७/ ५०३२३/३३३७११९ ३८६ ५४१०२४४९६
५२६ | ४८ ५४३| १६ | ५७२ २८ | ५८३ ५५
मार्कण्डेयपुराणम् मालतीमाधवम् माला
| ६८ | ४२ | २५० ३८ | ३०९ | १२ | ३२७ ३२ ३६९ | ३७ ३८९ ५. | ४१० | ३५ |
४१९
|४५०५४४५६ | ३३ ४५७ | १० ४६९| १५४८३ | ३०
५२०
मालाकारः
मिश्राः
| २१
४
३१/७२
३६, १८
३८६०
|१९७१५ | १९७/२७ / २०२/ ३६ /२२४ | ७
२३० १५ २३१ । १३
२३४/१२/२४७/ ११ /२५८/१८/ २६३ | ४२/२६९
२८५१२२८६
२९६
५ २९७/ १२ / ३००/१०/३०० १७/३१२ | ३२ | ३२०५१/३२६ १६/३३२/ २९ | ३४९/२६ | ३६२५८/३७१ | २१ | ३७२/ ३९ ३८५
३३२
४३५/४४|४३९/ ४०|४४६/२५ | ४६५/१८/४८५ | २७ | ४८७/२७ | ४८९ ।
४९
४९०५२|४९१, २०४९१/४०४९५ | ३५/४९८
७ | ७९८ | १३ | ४९८ | ३३
४९८४१५०२/ ३६ ५११/४२५११५१ ५२०/२१ | ५२६, ४२ | ५३६ | २८
५५१ | २६ ५५५, ४१ ५५६/२८/५५६६०५६३
५ ५६३ | ५०५६३
५६७/५२५७०
७/५७१/३९| ५७३
४/५७६ १६
५८५ २७/५९०
१५
| ६२६ | ८ ६३४ ४१ ६३५ | ३ ६३५ / १२ ६३६ | १ | ६३६ ३३ ६३६ ४२
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