Book Title: Vihar Varnan
Author(s): Jayantvijay
Publisher: Yashovijay Jain Granthmala
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काने उतर्या. अहिंथी १ माइल दूर बडाबजारमा देरासर, उपाश्रय, तथा बाबुनां वे घर छे. आ. गृ. १ शेठ म.ल. २ शेठ नेणशी देवशी. काल्पीमा दिगंबरनां घर ४ तथा देरासर-२ छे. डाकबंगलो, स्टेशन, बजार अने परगणुं छे. गाम मोटुं तथा जूनुं छे. अहिंथी ल० १ माइले यमुना नदी आवे छे, तेना ऊपर दरवरसे दीवाली पछी काचो पुल बांधे छे अने जेठ शुदि १० पछी खोली नांखे छे, पुल न होय
त्यारे नावथी उतर पड़े छे. १९१ पोखरायनमां शेठ मणशी लखमशीना मकानमा उता. तेमनी काल्पीनी दुकानना
रोकडीयानो पुत्र बालाजी अहिं रहे छे. परगणुं अने स्टेशन छे. स्कूलमां राते
सुइ रह्या. १९२ बारामा सडक ऊपर सरकारी सराइमां तथा डाकबंगलामां उतर्या. सडकथी गाम
२-३ फींग दूर छे. १९१ कानपुर, जील्लो छे. शैहेर मोटुं, रमणीय भने व्यापारनुं मोठं मथक छे. गाममा
ट्राम चाले छे. मा० नं. ५० थी सडक छोडी त्यांथी १ माइल चाली काचना जैन मंदिर सामेनी जैन धर्मशालामा उतर्या. काच- जैन श्वेतांबर मंदिर मनोहर अने खास दर्शनीय छे. आ. गृ. १ बाबु संतोकचंदजी भंडारी, २ शेठ कुंवरजी उमरशी, ३ शा० चीमनलाल सरुपचंद. दिगंबरीनां घर ल० २५०, देरासर ३ तथा चैत्यालय २ छे. धर्मशालाथी नीकली ल० २ माइल चाली दील्ली-कलकत्ता रोड ऊपर चड्या पछी मा० नं० ११९ मो आव्यो. कानपुरथी दील्ली मा० २६५, कलकत्ता मा०
६२०, अल्हाबाद मा० १२१ अने फतेहपुर मा० ४७ थाय छे. १९४ बडाहारमा पाका तलाव पासे पडावमा उतर्या. ल० मा० नं० ५९७ पासे आसपुर
डाकबंगलो छे. १९५ मलवांमां सराइमां तथा शिवालयमां उतर्या. स्टेशन छे. मा० नं० ५८४-२
पासे दोलतपुर डाकबंगलो छे. १९६ मा० नं० ५७३ थी ५७१ सुधी फतेहपुर शहेर छे जीलो छे. स्टेशन, बजार
अने डाकबंगलो छे. आने फतेहपुर-हसवा कहे छे. १९७ खागामां मा० नं० ५५०-६ पासे पडावमा उतरवानी जग्या सारी छे, पण
. वरसादनो भय होवाथी त्यांथी ०॥ माइल चाली गंगानीनी सडके हनूमानमंदिरमां
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