Book Title: Vihar Varnan
Author(s): Jayantvijay
Publisher: Yashovijay Jain Granthmala
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(१००) पीरनी दरगा, अढाइ दिनकी झुपडी, आनासागर तलाव, मूलचंद सोनीनी मसीयां विगेरे जोवालायक स्थळो छे. सन १९२१ नी गणत्री प्रमाणे आखा राजपूतानामां जैनोनी कुल वस्ती २९८१४४ माणसनी छे, ज्यारे फक्त अजमेर-मेरवाडा
प्रान्तमां जैनोनी कुल वस्ती १८४२२.नी छे. २७१ सराधनामां सडकथी जमणी बाजुए सरकारी मकानमा उतराय छे. गाममां
गोचरी पाणी मळे छे. २७२ खिरवा, गाम मोटुं छे. जैन श्वे. मंदिर छे. स्थानकवासीनी वस्ती छे. २७३ नयाशहर (ब्यावर), मोटे अने नवं वसेतुं शहेर छे. श्रावकोनां घर ६०-७० छे.
जैन श्वे० देरासर १ छे. उपाश्रय सारो छे. २७४ सेंदरामा सडकथी जमणी बाजु धर्मशाला अने डाबी बाजु स्टेशन छे. २७५ रायपुरमा जैन मंदिर छे. स्था० वा० नी वस्ती छे. आलमचंदजी भक्तिवाला छे. २७६ जुटामां जैन मंदिर छे. श्रावको सारा छे, पण संवेगी साधुओना विहारना अमावे
स्था० वा. थया छे. २७७ पीपलीयामां जैन मंदिर छे, वस्तीरामजी विगेरे श्रावको भक्तिवाला छे. २७८ चंडावलमां जैन मंदिर छे. श्रावको सारा भक्तिवाला छे. अहिंथी मुंडावा तीर्थ थइ
एक कोश फेरमां सांडीया थइ खोखरा जर्बु, २७९ मुंडावामां मोटुं रमणीय देरासर होवाथी तीर्थ गणाय छे. धर्मशाला मोटी छे, यात्रा
लुओने सगवड छे. श्रावकोनां ५-७ घर छे. २८० खोखरामां देरासर तथा श्रावकोनां ४-५ घर छे. २८१ सोजतमा श्रावकोनां १५०-२०० घर छे. सात देरासर छे. सारसंभाळ बराबर नथी. २८२ पाली, मोटुं अने जूनुं शहेर छे. श्रावकोनां घर ३०० छे. जैन देरासरो ६ छे तेमां
नवलखानीतुं देरासर मोटुं छे. अहिंथी १ कोस दूर भाखरी तीर्थ छे. चांदमलजी छाजेड विगेरे भक्तिवाला श्रावको छे. बधा थइने उपाश्रय ७ छे. नवलखाजीना देरासरनी अंदर जैन धर्मशाला छे. स्थानकवासीनां घर ३००, तेरापंथीनां घर ५०,
दिगंबरीनां घर ५ अने दिगं० मंदिर १ छे. २८३ भरथना अने बहारपुराथी रुरा सुधी नहेरनी पटरी ऊपर आव्या अने रुराथी
कानपुर सुधी पाकी सडक छे. २८४ शिवपुरमा बनारसवाळा राजा मोतीचंदजीमा बगीचामां उतर्या. काशीनी पंचकोशी
यात्रानु एक मुकाम होवाथी आ हिंदुतीर्थ गणाय छे. स्टेशन, पोस्ट ओफीस, मिडिल स्कूल अने बनार छे. अहिं हिंदु ब्रह्मचर्याश्रम तथा सनातन धर्मसमा छे.
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