Book Title: Varangcharit Author(s): Sinhnandi, Khushalchand Gorawala Publisher: Bharat Varshiya Anekant Vidwat Parishad View full book textPage 3
________________ भारतवर्षीय अनेकान्त विद्वत् परिषद् पुस्प संख्या-२४ प्रेरणा आयिका स्याद्वादमती माताजी ग्रन्थ वरांग र्चारत प्रणेता आचार्यश्री जटासिंहनन्दि संस्करण :प्रथम RDEReau-STREETTENTINEEReaWALIMITHSHesareewale प्रतियाँ १००० म्यानमारमान्यIKEDIA : वीर निर्वाण सं०२५२२ सन् १९९६ प्रकाशक : भारतवर्षीय अनेकान्त विद्वत परिषद् प्राप्ति स्थान : आचार्यश्री भरतसागरजी महाराज संघ : १२०) रुपये वर्द्धमान मुद्रणालय, जवाहरनगर कॉलोनी, वाराणसी-२२१०१० Jain Education international For Privale & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 ... 726