Book Title: Vallabhvrushti Prakash
Author(s): Gangavishnu Shrikrushnadas
Publisher: Gangavishnu Shrikrushnadas

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Page 15
________________ अनुक्रमणिका। MPIEEEEEEEEEPATI पृष्ठ sareememo - विषय. पृष्ठ. । विषय. साँझीनकी आरती ६ ३३४ | कार्तिक सुदि २ भाईदूज राजआश्विन वदि १३ श्रीगुसाई भोगकी आरती ३४८ जीक तीसरे लालजी श्रीबालकृष्णजीको उत्सव गोपाष्टकी आरती और सांझी . मीकी आरती ३४९ नकी ५ ३३५ , ९ अक्षय,, ३० कोटकी आरती ३३६ नवमीकी आरती ३५० आश्विन सुदि १० दशहराकी कार्तिक सुदि ११ प्रबोधनी आरती तथा माणवेको राजभोग तथा मंडपकी ३५१ द० और नवविलासकी "", सन्ध्या विना नामकी छोटी छोटी आरती३३७ | तथा मण्डपकी-चौकी ३५२ आश्विन १५ शारदोत्सवकी आ० ३३८ " " " शयन कार्तिक वदि १३ धनतेरसकी ___तथा मण्डपकी चौकी ३५३ आरती ३३९ ___" ", मण्डप "" धनतेरसको और आयुध ३५४ ,, १२ श्रीगुसाई"" १४ बङ्गला ३४१ जीके बड़े पुत्र श्रीगिर" , रूपचौदशकी धरजी तथा पञ्चम पुत्र आरती श्रीरघुनाथजीके उत्सव ", ३० दिवालीको । नकी आरती २ . ३ बङ्गला ३४३ / मार्गशीर्ष वदि ८ श्रीगुसां:,, दिवालीके दिन जीके द्वितीय लालजी सन्ध्या , शयन तथा श्रीगोविन्दरायजीके उत्सहटड़ीकी आरती और वकी तथा श्रीगुसांईजीके आश्विन वदि ५ की ही उत्सवकी मङ्गला आरती ३५६ आरती दिवालीके दिन मार्गशीर्ष वदि १३ श्रीगुसांई राजभोगमें होय है ३४४ जीके ७ व लालजी "" मङ्गला आरती ३४५ श्रीघनश्यामजीके उत्सकार्तिक सुदि १ गोवर्द्धनपूजा वकी और मण्डपकी चौकी ३५७ . __ तथा अन्नकूटकी आरती ३४६ मार्गशीर्ष सुदि ७ श्रीगुसांई" " २ भाईदूज जीके चतुर्थ लालजीतिलककी आरती ३४७ श्रीगोकुलनाथजीको उत्सव ३५८ % D

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