Book Title: Upmiti Bhav Prakasha Katha Part 1 and 2 Author(s): Siddharshi Gani, Vinaysagar Publisher: Rajasthan Prakrit Bharti Sansthan Jaipur View full book textPage 2
________________ प्राकृत-भारती पुष्प-३१ कोविदशेखर श्री सिद्धर्षि गणि रचित उपमिति-भव-प्रपञ्च कथा प्रथम खण्ड [ प्रस्ताव १ से ४ का हिन्दी अनुवाद ] आशीर्वचन आचार्य श्री हस्तिमलजी म० आचार्य श्री पद्मसागरसूरिजी म० भूमिका श्री देवेन्द्रमुनि शास्त्री सम्पादक, संशोधक, अनुवादक महोपाध्याय विनयसागर अनुवादक लालचन्द्र जन प्रकाशक राजस्थान प्राकृत भारती संस्थान, जयपुर सम्यग् ज्ञान प्रचारक मण्डल, जयपुर सेठ मोतीशा रिलीजियस एण्ड चेरिटेबल ट्रस्ट, मायखला-बम्बई धा Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 ... 1222