________________
२९. नन्दी सुतं अणुयोगदाराई १९६८
३०. ज्ञानांजलि [महाराज श्री की दीक्षा षष्टि पूर्ति समारोह पर महाराज के लेखों का संग्रह] १९६९
३१. पत्रवणा सुत्त [ प्रथम भाग ] १९६९ ३२. पत्रवणा सुत्त [ द्वितीय भाग ] १९७१ ३३. जैसलमेर ज्ञान भण्डार सूचि पत्र १९७२ ३४. पत्तन ज्ञान भण्डार सूचि पत्र भाग - १ १९७३ ३५. दसकालीय सुत्त अगरतयसिंह चूर्णि सहित १९७३ ३६. सूत्र कृतांग चूर्णि भाग - १ १९७३
३७. कवि रामचन्द्र नाटक संग्रह
श्री महावीर जैन विद्यालय द्वारा प्रकाशित आगम ग्रन्थ
१. नन्दि सुत्तं अणुओगद्वाराइ च
२. पण्णवण्णा सुत्तं भाग- १
""
33
भाग-२
३.
४. दलिय सुतं उत्तरज्इयन्नाइ आवरस्स सुतं चः
५. पइण्णाय सुताई भाग - १
६. पइण्णाय सुताई भाग-२
७. पइण्णाय सुताई भाग - ३
समस्त जैन समाज का पुनीत कर्त्तव्य है ऐसे पुण्यश्लोक आगम प्रभाकर मुनि पुण्यविजयजी की जन्म शताब्दी भारत के प्रमुख नगरों-शोध केन्द्रों में मनायी जानी चाहिये और उनके अप्रकाशित ग्रंथों का प्रकाशन - संशोधन करना चाहिये, यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धाञ्जली होगी ।
१४६
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
- हजारीमल बांठिया ५२/१६, शक्कर पट्टी कानपुर - २०६००१
तुलसी प्रशा
www.jainelibrary.org