Book Title: Tidantarnavatarani
Author(s): Dhanvada Gopalkrishnacharya Somayaji
Publisher: E J Lazarus and Co
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६
तिङन्तार्णवतरणि:-सकारादिपरस्मैपदानि ।
लड़
द्वि. अस्फर्चिष्यतां अस्फर्चिव्यतं अफर्चिष्याव ब अस्कर्चिष्यं अस्फर्विष्यत अफर्विघ्याम स्फुची-धाताहेतुरिणच लट् - लिट् लुह
प्र. ए. स्फूर्चति- स्फूर्चयां वकार अपुस्फूर्चत् स्फुर्ता-धातोस्सनअस्माटाङ, लट् लुक
प्र. ए. पास्मयंते अपोष्टि अोस्फर्चिव्यत .. पस्माटाड लुक- लट्
म. प्रोस्फति-पोस्फूर्ति अपोस्फूर्वीत् अपोस्फूर्विष्यत् दश्यो-स्फूजाळजनिर्धा- ल लिष्टपास्कर
प्र. ए. स्फर्जति पुस्फर्ज स्फर्जिता फर्जियतिस्फुटिर-विशरणे- लटु लिद लुब
___प्र• ए. स्फोटति पुस्फोट अस्फुटत्-अस्फोटीत् स्कटीयपिचित्सक्ष्य-दार्थ:- लद लिद लद खट्
प्र• ए. सूर्यात- सुसूर्य मूयिता मूयिष्यति म्मील-निमेषणे- नट लिट् लुट् बद प्र. ए. स्मीलति सिस्मेल सीलिता स्मीलिष्यति
लोट् लक. प्र. ए. स्मीलतु अस्मीलत शील-समाधी लट् लिद लुट प्र. ए. सीलति सिसील सीलिता . बीलिष्यति
लोटल ए. ए. सीलतु-तात् असीला स्खल-संचलने- स्वात-चस्खाल अस्खालीतस्खठ-स्य- लट लिट् . लुङ,
प्र. ए. स्वदति चस्वाद प्रस्खादीत् पदिष्यत स्म-चिंतायां स्मरति सस्मार अस्मार्षीत
. स्वलि-शब्द . लद लिद लुट् सद , सोद
प्र. ए. स्खलति चखंड स्खलिता खेलिष्यति स्वंततु-सात सम-शब्द लद मह ... लिद चाशीलिंग मुन ..प्र. ए. स्यमति पस्यमल...स्यमेत स्थम्यात स्थानित

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