Book Title: Tidantarnavatarani
Author(s): Dhanvada Gopalkrishnacharya Somayaji
Publisher: E J Lazarus and Co
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लुङ.
४६० तिहन्तार्णवतरणि:-सकारादिपरस्मैपदानि । स्फुटविकसने- लट् लिट् लुद लद लोद
प्र. ए. स्फुटात पुस्फोट स्फोटिता स्फोटिष्यति- स्फोटतु-तास स्फुड-संघरणे- लद स्फुति- लिट् पुस्फोड स्फुर-स्फुरणे- लट् लिट् लुट् खुद ... प्र. ए. स्फुत पुस्फोर स्फुरिता स्फुरिष्यति लोट
ला लिङ्ग प्राशोर्लिद म. ए. स्फुरतु-तात् अस्फुरत् स्फुरेत् स्फुर्यात् .. लुङ अस्फुरीत - लङ, अस्फुरिष्यात् स्कुल-संचलने- लट्
- प्र. ए. स्फुलति-स्फुरत्येके अपुस्फुलत् सन-विमर्ग- सृति- सर्जिय- सम्रष्ट- सृज्यात् - स्पृश- संस्पर्श:
- स्पृशति-स्पष्टी-स्पष्टा अस्वार्टात् अस्पतत् स्फुडि-परिहासे- स्वाणिच् - लद
प्र. ए. स्पंडयति-स्फुटीत्येके गंब-संबंध- लट्
लिट् प्र. ए. सांबर्यात सांबयांचकार सां यतामुठ-हने लट
लोट म. ए. स्फोटयति स्कोर्टायष्यति स्फोटयत-सात स्मिट-अनादरे- लट् लकलिङ प्राशीलिंड
प्र. ए. स्मिटति- अस्मेटयत स्मेटयेत सेट्यात स्पिट-हिंसायां. . ए. स्पेटति अपिस्पिटन अस्पयिष्यत् .... . इति सकारादिपरस्मैपदानि ।
अथ सकारादित्रात्मनेपदानि। -संघर्ष- लढ़ लिट् लुद लट् लोद सद R• • पर्धत- पस्पर्धः स्पर्धा स्पर्धिति स्पर्धतां अस्पर्धत
लूट

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