Book Title: Thanangsuttam Mulam Author(s): Publisher: View full book textPage 7
________________ ठाणंगसुत्तं (मूलम्) अहवा गरहा दुविहा पन्नत्ता, तंजहा-दीहं पेगे अद्धं गरहति, रहस्सं पेगे अद्धं गरहति / 52. दुबिहे पच्चक्खाणे पन्नते, तंजा-मणसा वेगे पच्चक्खाति, वयसा वेगे पच्चक्खाति / अहवा पच्चक्खाणे दुविहे पत्रत्ते, तंजहा-दीहं पेगे अद्धं पच्चक्खाति, रहस्सं पेगे अद्धं पच्चक्खाति / 53. दोहिं ठाणेहिं अणगारे संपन्ने अणादीयं अणवयग्गं दीहमद्धं चाउरंतसंसारकंतारं : वीतिवतेज्जा, तंजहा-विज्जाए चेव चरणेण चेव / .. 54. दो ठाणाइ अपरियाणित्ता आया णो केवलिपन्नत्तं धम्मं लभेज सवणयाए, . तंजहा-आरंभे चेव परिग्गहे चेव 1 / दो ठाणाई अपरियाणित्ता आया णो केवलं बोधिं बुज्झेजा, तंजहा-आरंभे चेव परिग्गहे चेव 2 / दो ठाणाई अपरियाइत्ता आया नो केवलं मुंडे भवित्ता अगाराओ अणगारियं पव्वएजा, तंजहा-आरंभे चेव परिग्गहे चेव 3 / एवं णो केवलं बंभचेरवासमावसेजा 4, णो केवलेणं संजमेणं संजमेजा 5, नो केवलेणं संवरेणं संवरेजा 6, नो केवलमाभिणिबोधियणाणं उप्पाडेजा 7, एवं, सुयनाणं 8, ओहिनाणं 9, मणपज्जवनाणं 10, केवलनाणं 11 / .... 55. दो ठाणाई परियाइत्ता आया केवलिपन्नत्तं धम्मं लभेज सवणयाए, तंजहा. आरंभे चेव परिग्गहे चेव, एवं जाव केवलनाणमुप्पाडेजा। 'दोहिं ठाणेहिं आया केवलिपन्नत्तं धम्मं लभेज सवणयाए, तंजहा-सोच्चच्चेव अभिसमेच्चच्चेव जाव केवलनाणं उप्पाडेजा / 56. दो समाओ पन्नत्ताओ, तंजहा-ओसप्पिणी समा चेव उस्सप्पिणी समा चेव। 57. दुविहे उम्माए पन्नत्ते, तंजहा-जक्खावेसे चेव, मोहणिजस्स चेव कम्मस्स उदएणं / तत्थ णं जे से जक्खावेसे से णं सुहवेयतराए चेव सुहविमोयतराए चेव / तत्थ णं जे से मोहणिज्जस्स कम्मस्स उदएणं से णं दुहवेयतराए चेव दुहविभोयतराए चेव / 58. दो दंडा पन्नत्ता, तंजहा-अट्ठादंडे चेव अणट्ठादंडे चेव, नेरइयाणं दो दंडाPage Navigation
1 ... 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40