Book Title: Thanangsuttam Mulam
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Page 31
________________ 122. अंतो णं मणुस्सखेत्तस्स दो समुद्दा पन्नत्ता, तंजहा-लवणे चेव कालोदे चेव / 123. दो चक्कवट्टी अपरिचत्तकामभोगा कालमासे कालं किच्चा अहेसत्तमाए पुढवीए अप्पतिट्ठाणे णरए णेरइयत्ताए, उववन्ना, तंजहा-सुभूमे चेव बंभदत्ते चेव / 124. असुरिंदवज्जियाणं भवणवासीणं देवाणं देसूणाई दो पलिओवमाइं ठिती पन्नत्ता 1 / सोहम्मे कप्पे देवाणं उक्कोसेणं दो सागरोवमाई ठिती पन्नत्ता 2 / इसाणे कप्पे देवाणं उक्कोसेणं सातिरेगाइं दो सागरोवमाइं ठिती पन्नत्ता 3 / सणंकुमारे कप्पे देवाणं जहन्नेणं दो सागरोवमाइं ठिती पन्नत्ता 4 / माहिंदे कप्पे देवाणं जहन्नेणं साइरेगाइं दो सागरोवमाइं ठिती पन्नत्ता 5 / . दोसु कप्पेसु कप्पित्थियाओ पन्नत्ताओ, तंजहा-सोहम्मे चेव ईसाणे चेव . दोसु कप्पेसु देवा तेउलेस्सा पन्नत्ता, तंजहा-सोहम्मे चेव ईसाणे चेव 2 / दोसु कप्पेसु देवा कायपरियारगा पन्नत्ता, तंजहा-सोहम्मे चेव ईसाणे चेव 3 / दोसु कप्पेसु देवा फासपरियारगा पन्नत्ता, तंजहा-सणंकुमारे चेव माहिंदे चेव 4 / दोसु कप्पेसु देवा रूवपरियारगा पन्नत्ता, तंजहा-बंभलोगे चेव लंतगे चेव 5 / दोसु कप्पेसु देवा सद्दपरियारगा पन्नत्ता, तंजहा-महासुक्के चेव सहस्सारे चेव 125. जीवा णं दुट्ठाणणिव्वत्तिते पोग्गले पावकम्मत्ताए चिणिंसु वा चिणंति वा चिणिस्संति वा, तंजहा-तसकायनिव्वत्तिो चेव थावरकायनिव्वत्तिते चेव 1 / एवं उवचिणिंसु वा उवचिणंति वा उवचिणिस्संति वा 2, बंधिंसु वा वेदेंसु वा वेदेति वा वेदिस्संति वा 5, णिजरिंसु वा णिजरिंति वा णिजरिस्संति वा 6 / 126. दुपएसिता खंधा अणंता पण्णत्ता / दुपदेसोगाढा पोग्गला अणंता पन्नत्ता। एवं जाव दुगुणलुक्खा पोग्गला अणंता पण्णत्ता / // 4 // दुट्ठाणं समत्तं //

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