Book Title: Thanangsuttam Mulam
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Page 20
________________ 20.. ठाणंगसुत्तं (मूलम्) तंजहा-सिरी चेव लच्छी चेव / एवं महाहिमवंत-रुप्पींसु वासहरपव्वएसु दो महद्दहा पन्नत्ता बहुसम' जाव तंजहा-महापउमद्दहे चेव महापुंडरीयद्दहे चेव, देवताओ हिरिच्चेव बुद्धिच्चेव / एवं मिसढनीलवंतेसु तिगिंच्छिद्दहे चेव केसरिइंहे चेव, देवताओ धिती चेव कित्ती चेव / 89. जंबूमंदरदाहिणेणं महाहिमवंताओ वासहरपव्वयाओ महापउमद्दहाओ दहाओ, दो महाणदीओ पवहंति, तंजहा-रोहियच्चेव हरिकंतच्चेव / एवं निसढाओ वासहरपव्वताओ तिगिंच्छिद्दहाओ दहाओ दो महाणईओं पवहंति, तंजहाहरिच्चेव सीतोतच्चेव / ' जंबूमंदरउत्तरेण नीलवंताओ वासधरपव्वताओ केसरिद्दहाओ दहाओ दो वासहरपव्वताओ महापुंडरीयद्दहाओ दहाओ दो महानईओ पवहंति, तंजहाणरकंता चेव रुप्पकूला चेव / .. .. 90. जंबूमंदरदाहिणेणं भरहे वासे दो पवायदहा पन्नत्ता बहुसम (जाव) तंजहा-गंगप्पवातद्दहे चेव सिंधुप्पवायद्दहे चेव / एवं हेमवए वासे दो पवायद्दहा पन्नत्ता बहु(सम जाव) तंजहा-रोहियप्पवातद्दहे चेव रोहियंसप्पवातद्दहे चेवा .. जंबूमंदरदाहिणेणं हरिवासे वासे दे पवायदहा पन्नत्ता बहुसम (जाव) तंजहा-हरिपवातद्दहे चेव हरिकंतपवातद्दहे चेव / जबूमद सीयप्पवातद्दहे चेव सीतोदप्पवायद्दहे चेव / - जंबूमंदरउत्तरेणं रम्मए वासे दो पवायद्दहा पन्नत्ता बहु(सम जाव) नरकंतप्पवाय(हे णारीकंतप्पवायदहे चेव / एवं हेरन्नवते वासे दो पवायदहा पन्नत्ता बहु(सम जाव) सुवन्नकूलप्पवायद्दहे चेव रुप्पकूलप्पवाय(हे चेव / जंबूमंदरउत्तरेणं एरवए वासे दो पवायद्दहा पन्नत्ता बहु(सम) जाव रुत्तप्पवायद्दहे चेव रत्तावडप्पवातहहे चेव / 91. जंबूमंदरदाहिणेणं भरहे वासे दो महानईओ पन्नत्ताओ बहु(सम) जाव गंगा चेव सिंधू चेव / एवं जधा पवातद्दहा एवं णईओ भाणियव्वाओ, जाव एरवए वासे दो महानईओ पन्नत्ताओ बहुसमतुल्लाओ जाव रत्ता चेव रत्तवती

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