Book Title: Tattva Bindu
Author(s): Buddhisagar
Publisher: Adhyatma Gyan Prasarak Mandal
View full book text
________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
( १७४ )
तबिन्दु .
५८० अवधिज्ञानी क्षेत्रथी, अंगुलना असंख्यातमो भाग देखे अतीत अनागत क्षेत्र, क्षेत्र उपचारथी कवायछे. (वि)
५८१ अंगुला असंख्यातो भाग देखतो छतो अवधि, कालथी आवलिकानो असंख्यातमो भाग देखे. अंगुल संख्येय भाग मात्र देखतो छतो अवधिज्ञानी, आवलिकानो संख्यातमो भाग देखे. क्षेत्रथी अंगुल देखतो छतो कालथी आवलिकान्तर्भिन्न आवलिकाने देखे. (वि)
६८२ कालथी आवलिकाने देखतो छतो अवधिज्ञानी क्षेत्रथी वे आंगुलथी नव आंगुल देखे. (वि)
५८३ क्षेत्री हस्त प्रमाण देखतो छतो अवधिज्ञानी कालथी मुहूर्तातर्भिन्न मुहूर्त देखे. (वि)
५८४ कालथी दिवसांतर्भिन्न दिवस देखतो छतो क्षेत्रथी गव्यूत विषय वाळं अवधिज्ञान जाणवुं. (वि)
५८५ योजनक्षेत्र विषयवाळु अवधिज्ञान कालथी वे दीवसथी ते नव दीवस पर्यंत देखे. (वि )
For Private And Personal Use Only

Page Navigation
1 ... 181 182 183 184 185 186 187 188 189 190 191 192 193 194 195 196 197 198 199 200 201 202