Book Title: Swapna Siddhant
Author(s): Yogiraj Yashpal
Publisher: Randhir Prakashan

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Page 32
________________ [31] ब्रह्मचारी जी के दर्शन प्राप्त किये हैं । आपको स्वप्न में भी लाभ मिल जाये तो कोई हानि न समझें । हनुमान जी का मन्त्र निम्नलिखित है— ॐ नमो हनुमन्ताय आवेशय आवेशय स्वाहा ॥ कहने को तो मैं अनेकों अद्भुत, दुर्लभ, गोपनीय व अनुभूत प्रयोग बता रहा हूँ फिर भी आपको लाभ न मिले तो कोई क्या कर सकता है ? दक्षिणी अमेरिका से श्री नारी आये थे और उन्होंने स्पष्ट ही कहा था कि मुझे इन सबसे लाभ न होगा फिर भी वह प्रयासरत् थे । किसी को लाभ क्यों न होगा ? यह तो एक अलग विषय है। इसकी चर्चा मैं अपनी आने वाली पुस्तक 'साधना से पूर्व' में कर रहा हूँ। यहाँ पर आपको कुछ और प्रयोग बताकर विषय पर आगे बढ़ते हैं । दस महाविद्याओं में एक देवी है जिनका नाम मातड़ी है। मैंने अपनी पुस्तक 'सृष्टि का रहस्य' में इनके ऊपर वार्ता प्रस्तुत की है । यह शीघ्र प्रभावी शक्ति है । यहाँ पर मैं एक स्वप्न मातङ्गी का अभूतपूर्व प्रयोग बता रहा हूँ । सारा दिन निर्जल व्रत करें। रात को भी भूखे रहें । रात्रि के समय आगे कहा गया मन्त्र 108 बार जपकर सो जायें तो अभी तक के अनुभव के आधार पर तो पहली बार ही स्वप्न में वार्ता हो जाती है । मन्त्र इस प्रकार है— ॐ नमः स्वप्न मातङ्गिनी सत्य भाषणी स्वप्नं दर्शय दर्शय स्वाहा ॥ अब मैं कर्ण पिशाचिनी विद्या व्यक्त कर रहा हूँ । आगे कहा गया

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