Book Title: Swapna Siddhant
Author(s): Yogiraj Yashpal
Publisher: Randhir Prakashan

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Page 36
________________ [35] जिसके ऊपर एक युवती जा रही है। उसने आगे पीछे देखा और किसी को न पाकर तेजी से जाकर उसे दबोच लिया और प्रेमालाप करने लग गया । इसका क्या अंक होगा। युवती की बिन्दी, रास्ते के तीन, युवक के आठ और मैथुन के नौ | इससे अलग चार का अंक खुला क्योंकि वह बराबर स्तन मर्दन करता रहा था । यह जानना अत्यन्त आवश्यक होता है कि स्वप्न का 'आब्जेक्ट' उद्देश्य क्या है ? कौन-सा भाव प्रमुख है ? और तब स्वप्न का अंक समझ में आता है जो कि लाटरी में इनाम दिलवाता है । यहाँ पर कुछ मिश्रित स्वप्न व उसके अंक बता रहा हूँ जो कि अगले दिन लाटरी में खुले थे । छत पर औरत नाच रही है । दृष्टा ने छत के छः तथा औरत के शून्य अंक लिया पर 'आब्जेक्ट' नाचना था जिसे कि उन्होंने विस्मृत कर दिया । परिणाम में अंक नौ खुला था । चारपाई के ऊपर स्त्री बैठी थी । लोगों ने चारपाई के चार व औरत बन्दी खेली तो शून्य अंक पर पुरस्कार प्राप्त हुआ । स्वप्न में एक व्यक्ति एक मठ में गया जहाँ उसे कोई नहीं मिला । वह वापिस आने लगा तो उसे एक स्त्री मिली। उन दोनों ने बात की तदोपरान्त वह व्यक्ति आगे बढ़ गया। उसे आगे जाकर एक व्यक्ति मिला जो कि सिख धर्म के आद्य प्रवर्तक नानक की बातें करने लगे। क्या अंक बनायेंगे इसका ? इस स्वप्न की तीन विशेषताएँ हैं। इससे पहले यह समझ लें कि जब स्वप्न में कोई जायेगा तो उसका अंक एक दिन बाद खुलता है । इसी प्रकार कोई आयेगा तो उसका अंक अगले ही दिन खुलता है । अब आप इस स्वप्न की विशेषता को देखें । आदमी मठ में गया पर वापिस आ गया । इसका मतलब है कि आठ दूसरे दिन खुलने जा रहा था। पर अब वापिस आ गया है अर्थात् कल खुलेगा पर साथ में उलझा दिया कि स्त्री

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