Book Title: Surya Sahasra Nam Sangraha Trayam
Author(s): Dharmdhurandharsuri
Publisher: Jain Vidya Shodh Samsthan

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Page 165
________________ श्रीसूर्वसामानवयम् .. भासन्त: पद्मिनीप्राणप्रियः परजिनीपतिः / कोकमित्रं सरोजातमित्रं पायोजिनीप्रियः // 6 // पद्मिनीप्रणयी पद्मसुहृद् वारिजिनीप्रियः / . असुरः सरसीजातमित्रं नीरजिनीवरः // 7 // कञ्जारोम्भोजिनीभर्ता किशोरोम्बुजिनीपतिः / पानीयरुहवयस्यः सुपर्णाग्रजसारथिः // 8 // पद्मिनीरमण: पद्मसवयाः मुमुरेश्वरः। अब्जिनीदयित: कोकवयस्यो बिसिनीप्रियः // 9 // बिसिनीप्रणयी पद्मसख: पाथोजिनीपतिः। . नलिनीप्रणयी चक्रसखस्तोयजबान्धवः // 10 // पद्मिनीशः पयोजन्मबान्धवोम्बोजिनीवरः। अब्जिनीशः सरोजन्मबान्धवोऽम्बुजिनीधवः // 11 // नलिनीशोम्बुजस्रिग्धः कजस्निग्धोऽब्जिनीवरः / राजीवबन्धुरम्भोजसुहृज्जलजबान्धवः // 12 // .. अरविन्दसुहृत् कोकसुहृत् पुष्करिणीधवः। / बिसिनीशोऽब्जिनीजानि: पानीयरुहिणीपतिः // 13 // पानीयरुहिणीप्रेयान् पद्मनिग्धोऽब्जिनीश्वरः / शतपत्रसुहृत् पीथजन्मस्निग्धोऽब्जिनीप्रभुः // 14 // नालीकबन्धुरम्भोजस्वजनोऽम्बुजिनीवरः / शतपत्रसखस्तोयजन्मस्निग्धोऽम्बुरुट्सुहृत् // 15 // अरविन्दसख: पाथोजन्मस्निग्धोऽन्जिनीविभुः। अब्जिनीरमण: कोकसवयाः पिसिनीप्रभुः // 16 // सहस्रपत्रसवयास्तुहिनेतरदीधितिः / 160

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