Book Title: Sramana 2007 04
Author(s): Shreeprakash Pandey, Vijay Kumar
Publisher: Parshvanath Vidhyashram Varanasi

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Page 226
________________ जैन जगत् बिहार के + २ स्तरीय (कक्षा XI - XII) नवीन पाठ्यक्रम में प्राकृत सम्मिलित बिहार में इंटर के वर्तमान पाठ्यक्रम एवं सी०बी०एस० ई० के वर्तमान पाठ्यक्रम के आधार पर निम्नांकित विषयों की पढ़ाई + २ स्तरीय शैक्षिक संस्थानों में करने का निर्णय मानव संसाधन विकास विभाग, बिहार द्वारा लिया गया है (i) भाषा समूह १. हिन्दी ४. संस्कृत ७. मगही . भोजपुरी १०. २. उर्दू ५. बांग्ला ८. अरबी ११. पालि ३. ६. ९. १२. प्राकृत उक्त भाषाओं में से प्रत्येक विद्यार्थी को ११वीं एवं १२वीं कक्षा में अनिवार्यतः दो भाषाएँ पढ़नी होंगी। यदि कोई विद्यार्थी चाहे तो उक्त भाषा समूह में से कोई तीसरी भाषा भी ले सकता है। लेकिन यह तीसरी भाषा उसके ऐच्छिक विषय की सूची में रहेगी। भाषा समूह के उक्त विषयों के पाठ्यक्रम सभी पढ़नेवाले विद्यार्थियों के लिए एक जैसे होंगे। ज्ञातव्य है कि पूर्व में राज्य में विज्ञान, कला एवं वाणिज्य के लिए अलग-अलग पढ़ाई होती थी, अतः भाषाओं के पाठ्यक्रम भी अलग-अलग होते थे। इस व्यवस्था को सत्र जुलाई, २००७ से समाप्त किया जा रहा है । (ii) वैकल्पिक विषय समूह श्रमण, वर्ष ५८, अंक २-३ अप्रैल-सितम्बर २००७ २. भौतिक विज्ञान ३. रसायनशास्त्र १. गणित ४. जीव विज्ञान ५. कम्प्यूटर साइंस ६. इतिहास ७. राजनीतिशास्त्र ८. भूगोल १०. समाजशास्त्र ११. मनोविज्ञान १३. गृहविज्ञान १४. संगीत १६. एकाउन्टेंसी १९. योग एवं शारीरिक शिक्षा १७. इंटरनरशिप अंग्रेजी मैथिली फारसी ९. अर्थशास्त्र १२. दर्शनशास्त्र १५. विजनेस स्टडीज १८. मल्टीमिडिया एवं बंद टेक्नोलॉजी उक्त विषयों में से शिक्षार्थी को अनिवार्यतः तीन विषयों का अध्ययन करना होगा।

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