Book Title: Siddhi Sopan
Author(s): Jugalkishor Mukhtar
Publisher: Hindi Granthratna Karyalaya

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Page 19
________________ Nowwwwwwww ७.ma-a-ho-A-A-A-ori.h पूज्यपादीयाः सिद्ध-भक्तिः सिद्धानुभूत-कर्मप्रकृति-समुदयान् १ साधितात्म-स्वभावान् वन्दे सिद्धि-प्रसिद्धथै तदनुपम-गुण। प्रग्रहाकृष्टि-तुष्टः। सिद्धिः स्वात्मोपलब्धिः प्रगुणगुणगणो। च्छादि-दोषापहारात्, है योग्योपदान-युक्त्या दृषद इह यथा ___हेमभावोपलब्धिः ॥ । नाऽभावः सिद्धिरिष्टा न निजगुण-हति स्तत्तपोभिन युक्तेः ------- -- AGR.. ........................... . ....

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