Book Title: Shrutsagar 2019 11 Volume 06 Issue 06
Author(s): Hiren K Doshi
Publisher: Acharya Kailassagarsuri Gyanmandir Koba

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Page 19
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir SHRUTSAGAR 19 November-2019 १९ | मल्लिनाथ १ महाबल राजा', २ जयन्त विमान में देव, ३ तीर्थंकर मल्लिनाथ २० | मुनिसुव्रतस्वामी । ९ । | १ शिवकेतु राजा २ सौधर्म देवलोक में देव ३ कुबेरदत्त राजा ४ सनत्कुमार देवलोक में देव | ५ वज्रकुंडल राजा ६ (ब्रह्मलोक) देवलोक में | देव ७ श्रीवर्मा राजा ८ अपराजित अनुत्तर में |देव ९ तीर्थंकर मुनिसुव्रतस्वामी २१ नमिनाथ | १ सिद्धार्थ राजा, २ प्राणत देवलोक में देव, ३ | तीर्थंकर नमिनाथ २२ | नेमिनाथ १ धन राजा, २ सौधर्मदेवलोक में देव, ३ चित्रगति राजा, ४ महेन्द्र देवलोक में देव ५, अपराजित राजा, ६ ११वें आरण देवलोक में देव ७ संख राजा ८ अपराजित अनुत्तर में देव ९ तीर्थंकर नेमिनाथ | २३ | पार्श्वनाथ १ अमरभूति (मरुभूति) २ हाथी ३ सहस्रार देवलोक में देव ४ किरणवेग विद्याधर का भव ५ अच्युत देवलोक में देव ६ वज्रनाभ राजा | ७ मध्य ग्रैवेयके देव ८ स्वर्णबाहु चक्री० ९ | प्राणत देवलोक में देव १० तीर्थंकर पार्श्वनाथ | २४ | महावीरस्वामी । २७ | १ ग्रामाधिपति नयसार २ सौधर्मदेवलोक में | देव ३ भरतपुत्र मरीचि ४ ब्रह्म देवलोक में देव, उसके बाद त्रिदंडी के ६ एवं देव के ६ भव हुए, १७ राजा, १८ महाशुक्रदेवलोक में देव, १९ वासुदेव, २० नरक, २१ सिंह, २२ नरक, २३ चक्रवर्ति, २४ देव, २५ राजा, २६ | प्राणत देवलोके देव, २७ तीर्थंकर महावीर 7 सप्ततिशतस्थानक ग्रंथे- वैश्रमण। 8. सप्ततिशतस्थानक ग्रंथे-सप्रतिष्ठ । 9. त्रिषष्टि आदि अधिकतर ग्रंथों में मरुभूति नाम मिलता है। 10. सप्ततिशतस्थानक ग्रंथे- आनंद। For Private and Personal Use Only

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