Book Title: Sarvarthasiddhi
Author(s): Devnandi Maharaj, Fulchandra Jain Shastri
Publisher: Bharatiya Gyanpith

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Page 553
________________ अकषाय अकषाय वेदनीय अकामनिर्जरा अकायत्व अगार अगारिन् अगुरुलघुगुण अगुरुलघुनामकर्म अग्निकुमार अग्निमाणव अग्निशिख अग्निशिखा अचक्षुदर्शनावरण अचित्त अचित्तयोनि अच्युत अ अजीव अजीवकाय अज्ञातभाव अज्ञान 324 324 478 541 18 527 619 264 835 अज्ञानपरीषहजय अज्ञानिकमिथ्यादर्शन 731 अणु 527,547, 574, 701 572 666, 701 717 717 703 703 702 418 अजघन्योत्कृष्टासंख्येय अणुचटन अणुव्रत अतिक्रम अतिचार अतिथि 616 648 632, 635 602 697 697 अतिथिसंविभाग अतिथिसंविभागवत अतिदुष्षमा Jain Education International 568 755 453 453 453 932 744 परिशिष्ट 5 शब्दानुक्रमाणिका अतिप्रसंग अतिभारारोपण अतिसन्धानप्रियता अर्थ अर्थाधिगम अदत्तादान अदर्शनपरिषहसहन अदृष्ट अद्धापल्य अद्धासागरोपम अधर्म अधिकरण अधिगमज सम्यग्दर्शन अधोवेयक अधोऽतिक्रम अधोलोक अर्धनाराचसंहनन अर्धपुद्गलपरिवर्तन अर्धी अध्र वावग्रह अनक्षरात्मक अनगार अनंगक्रीडा अनन्त अनन्तगुणवृद्धि अनन्तभागवृद्धि अनन्तवियोजक अनन्तानन्त अनन्तानुबन्धी अनर्थदण्ड 308 710 640 10 177 690 836 533 439 439 526 25. 619 अनर्थदण्डविरति अनुगामि (अवधि) अनपवर्षायुष 717 479 755 258 410 193 572 697 714 542 279 279 907 545, 776 751 703 703 215 364 15 505 For Private & Personal Use Only अनर्पित अनवस्थित (अवधि) 587 215 अनशन तप 855 अनाकार (दर्शनोपयोग ) 273 अनाकाङक्षक्रिया 618 अनादर 720 अनादिसंबन्ध 340 अनादेयनाम 755 618 अनाभोगक्रिया अनाभोगनिक्षेपाधिकरण 626 319 579 अनाहारक अनित्यानुप्रेक्षा अनित्थंलक्षणसंस्थान 872 अनिन्द्रिय 186 अनियतकाल ( सामायिक) 854 अनिवृत्तिबादरसाम्पराय 34 अनिःसृत अनीक अनुकम्पा अनुक्त अनुगामि (अवधि) अनुग्रह अनुदिश अनुदिशविमान अनुत्तरोपपादिकदश 210 अनुप्रेक्षा 788, 798, 867 अनुभव 736, 773 279 279 623 659 670 311 अनुभागबन्धस्थान अनुभागाध्यवसायस्थान 191 449 631 194 215 726 479 505 अनुमत अनुत्सेक अनुवीचिभाषण अनुश्रेणी www.jainelibrary.org

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