Book Title: Samaysara Part 01
Author(s): Kamalchand Sogani, Shakuntala Jain
Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy

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Page 105
________________ क्रिया-कोश सकर्मक क्रिया गा.सं. अणुचर अहिगच्छ इच्छ 41, 42 22 कर अर्थ सेवा करना अनुभव करना स्वीकार करना स्वीकार करना/मानना लाना छोड़ना जानना स्तुति करना देना प्रस्तुत करना चय जाण 2, 10, 16, 49 थुण दाअ पच्चक्खा त्यागना प्रतिपादन करना परूव पस्स देखना जानना बुज्झ समझना 36, 37 6, 9, 23, 24, 31,58 भण कहना भास कहना मण्ण मानना 28, 40, 62 31, 32 मुण अनुभव करना वद कहना 43 (98) समयसार (खण्ड-1)

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